रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ पर गोष्ठी का आयोजन
बरेली ,14मार्च ।महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय परिसर इकाई बरेली द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में स्वयंसेवकों द्वारा कल प्राचीन शिव मंदिर, लालपुर रोड, ग्राम दोहरा में मंदिर प्रांगण की साफ सफाई की।
सप्तदिवसीय शिविर के द्वितीय दिवस का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित करके एवं पुष्प अर्पित कर मुख्य अतिथि डॉ. रुचि द्विवेदी ,असिस्टेंट प्रोफेसर अर्थशास्त्र विभाग एवं विशिष्ट अतिथि डॉ.कामिनी विश्वकर्मा ,असिस्टेंट प्रोफेसर, विधि विभाग द्वारा किया गया ।
इसके उपरांत विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि डॉ.रुचि द्विवेदी द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ आदि विभिन्न बिंदुओं पर जागरूक करने के संबंध में चर्चा की। डॉ.द्विवेदी जी ने समाज में व्याप्त वैचारिक प्रदूषण, सृष्टि का संचालन एवं पर्यावरण सुरक्षा आदि में मातृशक्ति की भूमिका के विषय में सारगर्भित व्याख्यान दिया।
डॉ. कामिनी विश्वकर्मा जी ने बताया कि बेटियां घर परिवार और समाज में किस प्रकार स्वावलंबन के साथ आगे बढ़ सकती हैं? उनके द्वारा बेटियों की राष्ट्र निर्माण में भागीदारी सुनिश्चित करने एवं व्यवहारिक बिंदुओं पर विस्तृत उदबोधन दिया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ पवन कुमार सिंह जी ने महिलाओं को प्रदत्त आरक्षण एवं नवीन योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आने वाला समय मातृशक्ति का ही है, वह राजनीति से लेकर किसी भी क्षेत्र से अछूती नहीं रहने वाली है।
कार्यक्रम का संचालक शांतनु दुबे ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना में बढ़ती हुई स्वयंसेविकाओं की भागीदारी महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है ।
अभय, प्रतिमा, अनुराधा, समीक्षा एवं रजत ने भी महिला सशक्तिकरण के विषय में स्वयंसेवकों के मध्य अपने विचार व्यक्त किए।
इसके उपरांत द्वितीय सत्र में ग्राम दोहरा में महिला सशक्तिकरण एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संबंध में रैली निकाली गई। स्वयंसेवकों द्वारा घर-घर जाकर इस संबंध में जागरूक करने हेतु प्रेरित किया गया। इसमें सत्यम शर्मा, गौरव आर्य, श्रुति , स्नेहलता, दीक्षा, कपिल, अभिषेक, उमा यादव, सौरभ, प्रेरणा, आकाश गुप्ता, नरेश चंद्र, आश्रय तिवारी, भास्कर आदि के साथ-साथ समस्त स्वयंसेवकों ने प्रतिभाग किया ।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट