लिफ्ट में क्यों लगाया जाता है आइना, पढ़े लिखे होने के नाते पता होना चाहिए सबको
आधुनिक समय में केवल शहरों में ही नहीं बल्कि कई ग्रामीण इलाकों में भी लिफ्ट का पूरा प्रबंध होता है। इसलिए इसमें कोई शक नहीं कि आज कल सीढ़ियों की बजाय हर कोई ऊपर से नीचे जाने के लिए लिफ्ट का ही इस्तेमाल करता है। वैसे भी अब इमारतों की संख्या भी इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि लिफ्ट के बिना किसी का गुजारा नहीं होता। बहरहाल आपने भी कई बार लिफ्ट का इस्तेमाल किया होगा, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आइना लिफ्ट में आखिर क्यों लगाया जाता है। आखिर इसके पीछे की असली वजह क्या है। हालांकि हर लिफ्ट में तो नहीं लेकिन ज्यादातर लिफ्ट्स में आइना जरूर लगा होता है। इसलिए आज हम आपको इसके पीछे की वजह जरूर बताएंगे।
दरअसल वजह ये है कि कई बार किसी व्यक्ति को बीस से ज्यादा मंजिलों तक पहुंचना होता है। इस दौरान लिफ्ट में करीब एक मिनट का समय तो लग ही जाता है। वही अगर लिफ्ट बीच में रुकते हुए आती है, तो और भी अधिक समय लगता है। जिसके कारण बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि लिफ्ट में ज्यादा समय बर्बाद होता है। मगर ये सच है कि सीढ़ियों की बजाय लिफ्ट में जाने से तो कम ही समय बर्बाद होता है। इसके इलावा कुछ लोगों को लिफ्ट में जाने से भी डर लगता है या यूँ कहे कि उन्हें एक किस्म का फोबिया होता है।
बस इसी वजह से लिफ्ट बनाने वाले एक तेज दिमाग इंजीनियर ने सोचा कि क्यों न कुछ ऐसा किया जाएँ जिससे लोगों का डर भी खत्म हो जाएँ और वे खुद को एंटरटेन भी कर सके। इसी तेज दिमाग की खोज के चलते लिफ्ट में आइना लगाने की प्रथा शुरू हुई। यानि लिफ्ट में आइना लगाने के बारे में सोचा गया, ताकि लोग आईने में खुद को देख कर सजने संवरने में व्यस्त रहे और उन्हें ये पता भी न चले कि कब उनकी मंजिल आ गई। इससे उनका टाइम भी कट जाएगा और उन्हें डर भी नहीं लगेगा।
वैसे भी आज कल तो लोग लिफ्ट में लगे आईने को देख कर डांस तक करना शुरू कर देते है और फिर अपने वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल देते है। बता दे कि पहले तो इसका केवल ट्रायल ही लिया गया, लेकिन जब लोगों को यह ट्रायल पसंद आया, तो हर इलाके की लिफ्ट्स में आइना लगाना शुरू कर दिया गया। अब तो आप समझ गए होंगे कि आइना लिफ्ट में आखिर क्यों लगाया जाता है। वैसे आपने भी कभी न कभी लिफ्ट में खुद को एंटरटेन किया होगा या खुद की सेल्फी ली होगी।