विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा दस्तक अभियान की अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक हुई सम्पन्न
बरेली, 23 सितंबर। जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी की अध्यक्षता में कल विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा दस्तक अभियान की अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
जिलाधिकारी ने बताया कि 03 अक्टूबर से आरम्भ होकर 31 अक्टूबर 2023 तक 18वां विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जायेगा यह अभियान बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी समय पर मलेरिया या डेंगू के सर्वाधिक केस पाये जाते हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में 2831 केस मलेरिया के पाये गये हैं जिसमें 14 सिर्फ केस नगरीय क्षेत्र के हैं सर्वाधिक केस ग्रामीण क्षेत्रों में ही पाये जा रहे हैं।
जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई, कूड़ा उठान, जल भराव आदि को साफ कराया जाये, आबादी के आस-पास की झाड़ियों को कटवाया जाये, गांव में बड़े तालाबों/रूके हुये पानी में जलकुम्भी है तो उसे हटवाया जाये, नालियों की साफ-सफाई कराई जाये, कूड़ा कलेक्शन गाड़ियां जहां कूड़ा डम्प कर रही है उसे गड्ढे आदि में डालकर कर ढांक दें। ग्रामीण क्षेत्र के लोग इंडिया मार्का हैण्डपम्प या हर घर जल योजना के नल का पानी ही पीयें। उथले हैण्डपम्पों को चिन्हित कर लोगों जागरूक करें कि इसका पानी पीने योग्य नहीं है।
जिलाधिकारी ने परियोजना निदेशक को निर्देश दिये कि खण्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से समस्त ग्राम प्रधानों को संचारी रोगों के बचाव के संबंध में जागरूक जाये जिससे वह ग्रामीणों में जागरूकता फैलाये। उन्होंने उद्यान/कृषि विभाग को निर्देश दिये कि ऐसे पौधे लगाने के लिये लोगों को प्रेरित किया जाये जिससे मच्छर दूर भागते हैं। तालाबों में गम्बूसिया मछली डलवाई जाये यह मच्छर के लार्वा को खा जाती है। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि सुअर पालकों को अन्य व्यवसाय हेतु प्रेरित करें। सुअर पालकों को बताये कि जहां सुअर पालन किया जाता है वहां साफ-सफाई, दवाओं को छिड़काव अनिवार्य रूप से करें तथा सुअर बाड़ों में जाली लगा कर रखें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि ग्रामीण स्तर पर पंचायत सहायक संचारी रोग नियंत्रण अभियान की मॉनिटरिंग करेंगे वह एएनएम व आशाओं को सुपरवाइजर करेंगे कि वह अपने दायित्वों का निर्वाहन उचित भली प्रकार करें। आमजन में जागरूकता लाने हेतु भी पंचायत सहायकों का सहयोग लिया जाये। उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश दिये कि शिक्षकों को जागरूक करें कि वह हर ग्राम में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के विषय में जानकारी देते हुये जागरूकता फैलायें। एसएमसी की बैठकों का आयोजन कर ग्रामीणों को जागरूक करें। दिमागी बुखार के पोस्टर प्रत्येक विद्यालय में अनिवार्य रूप से लगवाये जायें, प्रत्येक विद्यालय में किसी एक शिक्षक को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान हेतु नोडल नामित किया जाये और इस कार्य में कोटेदारों का भी पूरा सहयोग लिया जाये।
जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि डिप्थीरिया रोग भी वैक्सीन ना लगने के कारण फैल रहा है यह रोग 04-12 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों में फैलता है इसमें गले में सूजन हो जाती है। इसकी रोकथाम हेतु बच्चों का वैक्सीनेशन अनिवार्य रूप से कराया जाना चाहिए।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुदेश कुमारी, जिला विद्यालय निरीक्षक श्री देवकी सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री संजय सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 मेघ श्याम सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए श्री तेजवंत सिंह, जिला सूचना अधिकारी श्रीमती नीतू कनौजिया, नगर स्वास्थ्य अधिकारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट