सात बच्चों के सिर से उठा पिता का हाथ: बेटे की आत्महत्या से आहत बुजुर्ग मां ने लगाई फांसी, एक साथ जली दो चिताएं
गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र के गांव गड़िया में 52 वर्षीय किसान ने घरेलू विवाद के चलते शुक्रवार की रात खेत पर पहुंचकर किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था। हालत बिगड़ने पर परिजन अलीगढ़ लेकर पहुंचे जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी किसान की 70 वर्षीय मां को हुई तो वह सदमे आ गई। उन्होंने घर के बाहर लगे पेड़ के सहारे साड़ी के फंदे से लटक कर जान दे दी।
पीड़ित परिवार ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही मां और बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि किसान अपने परिवार से खेत पर जाने की बात कहकर गया था। खेत पर किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया और हालत बिगड़ने पर घर पहुंचा था। इसके बाद परिवार के लोग गुन्नौर सीएचसी लेकर पहुंचे जहां हालत गंभीर देखकर हायर सेंटर रेफर कर दिया था। अलीगढ़ में मौत हो गई।
परिजन शव लेकर गांव पहुंचे तो किसान की बुजुर्ग मां सदमे आ गई। वह अचानक घर से निकली और घर के नजदीक में लगे पेड़ पर फंदा लगाकर जान दे दी। काफी देर तक जब वह नजर नहीं आई तो परिजनों ने तलाश किया। इसी दौरान पेड़ से शव लटका मिला।
बुजुर्ग महिला के तीन बेटों में एक बेटे की मौत दो वर्ष पहले बीमारी के चलते हो चुकी है। अब दूसरे बेटे ने जान दे दी। तीसरा बेटा बनारस में रहकर गाड़ी चलाता है। जिस बेटे की दो वर्ष पहले मौत हुई थी, उसी के परिवार के साथ बुजुर्ग महिला रहती थी।
शुक्रवार को विवाद भी इसी बात पर हुआ था कि बुजुर्ग मां दूसरे बेटों के घर क्यों नहीं रहती। इस बात से आहत होकर ही बुजुर्ग महिला के बेटे ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था।
ग्रामीणों का मानना है कि बुजुर्ग महिला को भी यही सदमा था कि उनके कारण ही उनके बेटे की जान गई है। इसलिए उन्होंने भी फंदे से लटक कर जान दे दी। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक किसान के सात बच्चे हैं। दो बेटे और दो बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटी और दो बेटे अभी अविवाहित हैं। कोतवाली प्रभारी अतर सिंह ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है।