‘सिटी ऑफ़ डेथ’ कहलाता है ये गांव, यहां किसी शख्स में नहीं है जान !
दुनिया में कई ऐसी जगहें हैं, जिनके बारे में ना जानें कितनी ही कहानियाँ प्रचलित हैं। रहस्य और रहस्यमयी जगहों से यह दुनिया भरी हुई है। आज भी लोग उन रहस्यमयी जगहों के बारे में जानने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उसके बारे में पूरी सच्चाई किसी को नहीं पता चल पायी है। आज के इस वैज्ञानिक युग में भी विज्ञान इन रहस्यों से पर्दा उठाने में नाकामयाब रहा है।
फ़िल्में होती हैं समाज का आईना:
अक्सर फिल्मों में हमें ऐसी रहस्यमयी चीजों को देखने को मिलता है, जिसे देखकर अपनी आँखों पर यकीन नहीं होता है। कुछ लोग कहते हैं कि यह तो सिर्फ फिल्म है, लेकिन फ़िल्में हमारे समझ का दर्पण होती हैं। जो घटनाएँ समाज में में घटती है, उसी के ऊपर फ़िल्में भी बनाई जाती है। आपके कई तरह की फ़िल्में देखी होंगी, जो सच की घटनाओं पर आधारित है।
कुछ लोगों को होता है भूतों का बहुत ज्यादा डर:
कुछ लोगों को भूतों-प्रेतों के बारे में सुनने का शौक होता है तो कुछ लोगों को भुतिया जगहों के बारे में जानने का बहुत ज्यादा शौक होता है। जबकि कुछ लोग ऐसे भी हमारे बीच में हैं, जो भूत का नाम सुनते ही दुबककर बैठ जाता है। कई भुतिया जगहों के बारे में तो आपने सुना ही होगा। आज हम आपको एक ऐसे रहस्यमयी गाँव के बारे में बताने जा रहे हैं, जहाँ जाने के बाद कोई भी वापस नहीं लौटकर आता है।
गाँव को जानते हैं सिटी ऑफ़ डेथ के नाम से:
दरअसल हम जिस गाँव के बारे बात कर रहे हैं, वह रूस में स्थित है। रूस के इस जगह को सिटी ऑफ़ डेथ भी कहा जाता है। रूस के उत्तरी ओस्सेटिया में स्थित दर्गाव्स में सिर्फ मरे हुए लोग ही रहते हैं। इस जगह पर अनगिनत झोपड़ियाँ स्थित हैं। देखने में तो यह गाँव बहुत ही खुबसूरत है, लेकिन डर के मारे यहाँ कोई भी नहीं जाता है। इस जगह के बारे में कहा जाता है कि लोग यहाँ अपने रिश्तेदारों के मृत शरीर को लोग झोपड़ियों में रखते हैं।
हर घर में दफनाया गया है मृत लोगों को:
ऐसा नहीं है कि इस गाँव सभी घर झोपड़ियों वाले ही हैं। इस गाँव में कुछ घर चार मंजिले भी हैं। यहाँ के लगभग हर घर में मृत शरीर को दफनाया गया है। इसे गाँव ना कहकर आप कब्रिस्तान भी कह सकते हैं। इस पुरे गाँव में लगभग 99 घर हैं और हर घर में लोगों को दफनाया गया है। यहाँ के स्थानीय लोगों का मानना है कि इन घरों में जो भी जाता है, वह वापिस नहीं आता है। यहाँ का मौसम भी ख़राब रहता है, इसलिए यहाँ जाने वालों की कमी है।