सुबह आंख खुलते ही गलती से भी न करें इन चीजों के दर्शन, बनते काम भी लगते हैं बिगड़ने, ओर…
नई दिल्ली। अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि न जाने सुबह उठकर किसका मुंह देख लिया, जो पूरा दिन खराब गया. सुबह के समय उठते ही साथ भगवान के दर्शन करने के लिए इसलिए ही कहा जाता है कि व्यक्ति का दिन अच्छा गुजरे और दिनभर उसे सभी कार्यों में सफलता मिले. लेकिन कई बार व्यक्ति सुबह उठते ही साथ अपने काम में लग जाता है और भगवान को प्रणाम करना भूल जाता है.
वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है जिन्हें अगर देख लिया जाए, तो पूरा दिन ही खराब जाता है. हर कार्य में असफलता का सामना करना पड़ता है. साथ ही, मेहनत के बावजूद व्यक्ति को फल नहीं मिल पाता. और बनते काम भी बिगड़ने लगते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण आपका सुबह उठकर ऐसी चीजें देखना है, जिन्हें देखने की मनाही होती है. आइए जानते हैं व्यक्ति को सुबह उठने के बाद किन चीजों को देखने से परहेज करना चाहिए.
वास्तु जानकारों का मानना है कि सुबह आंख खुलते ही व्यक्ति को आईना देखने से परहेज करना चाहिए. मान्यता है कि सुबह के समय व्यक्ति के शरीर में नकारात्मक ऊर्जा होती है, जो चेहरे के द्वारा बाहर निकल जाती है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति आइना देखता है, तो वे बाहर की जगह वापस से अंदर प्रवेश कर जाती है. इसलिए सबसे पहले सुबह उठकर अपना चेहरा धोएं उसके बाद ही शीशा देखें.
गंदे बर्तन देखना
वास्तु के अनुसार किचन में रात के समय किचन में गंदे बर्तन नहीं छोड़ने चाहिए. ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है. वहीं, अगर आप सुबह उठते ही गंदे बर्तनों को साफ करने लग जाते हैं, तो शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कम हो जाता है. साथ ही, मां लक्ष्मी भी नाराज हो जाती हैं. इसलिए सोने से पहले किचन के बर्तन और किचन दोनों ही चीजों को साफ करके सोना चाहिए.
बंद घड़ी देखना
घर में बंद घड़ी रखना अशुभ माना गया है. इसलिए घर की दीवारों पर न तो बंद घड़ी लगाएं. और अगर ये ही घड़ी सुबह उठकर बंद घड़ी देखते हैं, तो इसका मतलब होता है आपका बुरा समय शुरू होने वाला है. इसलिए सुबह के समय बंद घड़ी देखने से बचना चाहिए.
आक्रामक पशु-पक्षियों की तस्वीर
वास्तु के अनुसार वैसे तो घर में अक्रामक पशु-पक्षी की तस्वीर लगाने की मनाही होती है. लेकिन फिर भी अगर कोई लगाता है, तो उसे सुबह के समय इन तस्वीरों को देखने से परहेज करना चाहिए. सुबह के समय इस तरह की तस्वीरों को देखने से पूरा दिन किसी वाद-विवाद में ही गुजर जाता है.