सोनभद्र में यूपी बोर्ड (हाई स्कूल) की उत्तर पुस्तिकाओं का अध्यापकों द्वारा किये जा रहे मूल्याकन का जिलाधिकारी द्वारा आकस्मिक निरीक्षण, निष्पक्ष तरीके से उत्तर पुस्तिकाओं को जाॅचने के निर्देश
सोनभद्र,जिलाधिकारी श्री चन्द्र विजय सिंह ने आज राजकीय बालिका इण्टर कालेज राबर्ट्सगंज में यूपी बोर्ड (हाई स्कूल) के उत्तर पुस्तिकाएं का अध्यापकों द्वारा किये जा रहे मूल्याकन का आकस्मिक निरीक्षण किये, इस दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न कक्षों में किये जा रहे मूल्यांकन का बारी-बारी से जायजा लिये और अध्यापक/अध्यापिकाओं को निष्पक्ष तरीके से उत्तर पुस्तिकाओं को जाॅचने के निर्देश दिये। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा जाॅची गयी कुछ उत्तर पुस्तिकाओं को गंभीरता पूर्वक देखा और संतोष व्यक्त किया गया, जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि मूल्यांकन सम्बन्धी कार्यों को सुचारू रूप से कराया जाये, इसमें किसी प्रकार की समस्या न आने पायें, इस बात का विशेष ध्यान दिया जाये। जिलाधिकारी ने परीक्षकों से वार्ता करते हुए मूल्यांकन कार्य में किसी प्रकार की होने वाली असुविधा का भी जायजा लिया, तो परीक्षक द्वारा बताया गया कि किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है, सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। इस दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक श्री आर0पी0 यादव ने बताया कि मूल्यांकन कार्य सही से चल रहा है, इस कार्य में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है, कापियों के मूल्यांकन की निगरानी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर बने कन्ट्रोल रूम से भी किया जा रहा है। इस दौरान विद्यालय के लैब कक्ष, स्टोर रूम का भी जायजा लिया और बेहतर गुणवत्ता के साथ बनाने, परिसर में साफ-सफाई बनाये रखने के निर्देश सम्बन्धित को दिये।
इस दौरान जिलाधिकारी ने राजकीय बालिका इण्टर कालेज परिसर में निर्माणाधीन भवन व भवन के मरम्मत कार्य के प्रगति का भी आकस्मिक निरीक्षण किये, भवन को जल्द से जल्द बेहतर गुणवत्ता के साथ तैयार करने के निर्देश दिये, उन्होंने कहा कि निर्माण/मरम्मत कार्य शीघ्र पूरा किया जाये, किसी प्रकार की समस्या होने पर सम्बन्धित से समन्वय स्थापित करते हुए निर्माण/मरम्मत के कार्य प्रगति में तेजी लाया जाये, इस कार्य में शिथिलता न बरती जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि परिसर में जो भी निर्माण कार्य कराया जाये, उस कार्य की कार्ययोजना बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाये कि भविष्य में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न होने पाये और खाली पड़ी भूमि का सही तरीके से उपयोग में लाया जा सके।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र