आईवीआरआई में पशु पोषण विभाग द्वारा आयोजित 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
बरेली, 25 मार्च। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान इज्जतनगर के पशु पोषण विभाग में “अनुसूचित जाति समुदाय के पशुधन के लिए पोषण स्मार्ट गांव के विकास: पशु आहार निर्माण और रखरखाव” पर आयोजित 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का कल समापन हो गया ।
समापन समारोह की मुख्य अतिथि, संयुक्त निदेशक, प्रसार शिक्षा डॉ. रुपसी तिवारी ने अपने सम्बोधन में परंपरागत ज्ञान तथा आधुनिक विज्ञान को साथ लेकर उसका दस्तावेज़ बनाने पर ज़ोर दिया उन्होने कहा कि ग्रामीण स्तर पर जो ज्ञान अपने पूर्वजों द्वारा हमें पीढ़ी दर पीढ़ी सिखाया गया है उसको वैज्ञानिकों से साझा करने से एक ओर उसका वैज्ञानिक मूल्यांकन तो होगा ही साथ ही वह हमारे आने वाले पीढ़ी के लिए दस्तावेज़ के रूप में उपलब्ध रहेगा इसलिए वैज्ञानिक और किसान को साथ मिलकर अपने ज्ञान का आदान प्रदान करना चाहिए । उन्होने महिलाओं से आवाहन किया कि आप यहाँ से अर्जित ज्ञान का प्रयोग अपने अपने क्षेत्रों में करें साथ ही महिला समूह बनाकर दाना इकाई स्थापित करें तथा महिला व्यवसायी बनें आत्मनिर्भर बनें ।
इस अवसर पर पशु पोषण विभाग के डॉ नारायण दत्ता ने कहा कि यह प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योकि पशु पालन व्यवसाय में 70 प्रतिशत खर्च पशु आहार में आता हैं आत: यदि हम अपने पशुओ से अधिक उत्पादन लेना चाहते हैं तो हमें संतुलित आहार देना होगा। संतुलित आहार से पशु प्रजनन संबंधी समस्याओं दूर होंगी तथा पशुओं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होगी ।
इससे पूर्व कार्यक्रम की प्रशिक्षण समन्वयक, डॉ. अंजू काला (वैज्ञानिक) ने कार्यक्रम कि प्रगति आख्या प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस पाँच दिवसीय कार्यक्रम में प्रतिभागियों को पशुओं के लिए वैज्ञानिक विधि से आहार बनाने के प्रशिक्षण दिया गया साथ ही दुग्ध उत्पादन केसे बढ़ाएँ वैज्ञानिक विधि से पशुओं के रख रखाव आदी पर विस्तार से जानकारी दी गयी। इसके साथ ही किसान महिलाओं को 70 दिन का दाना एवं पशु पालन संबंधी आवश्यक वस्तुओं प्रदान कि गयी। डॉ अंजु काला ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य अनुसूचित जाति समुदायों में पशुधन के लिए पोषण स्मार्ट गांव का निर्माण करना है, जिसमें पशु आहार के संतुलित निर्माण और पोषण बनाए रखने की तकनीक को सिखाया गया।
इस अवसर पर डॉ. असित दास, डॉ पलक गुप्ता, डॉ. मुतीब, डॉ सुनीता, डॉ योगेंद्र, श्री रतन प्रकाश, श्री ज्ञान प्रकाश तथा हमीरपुर के पूर्व प्रधान श्री ओम प्रकाश सहित विभाग के छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट