8 नवंबर को चंद्रग्रहण पर बन रहा है बेहद अशुभ योग!, यहां देखे मोक्षकाल/सूतक काल
नई दिल्ली। हिंदू धर्म में स्नान-दान का महापर्व कार्तिक पूर्णिमा तिथि 8 नवंबर, मंगलवार को बेहद खास होने जा रही है। इस दिन देशभर में देव दीपावली का पवित्र पर्व मनाया जाएगा। इस दिन साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 2022 लग रहा है, जो इस तिथि को बेहद खास बना रहा है। 8 नवंबर 2022, दिन मंगलवार को बड़े ही श्रद्धा के साथ कार्तिक पूर्णिमा मनाया जाएगा, जबक इसके साथ लग रहा चंद्रग्रहण 2022 को लेकर भी खासी उत्सुकता देखी जा रही है। देव दीपावली के दिन जहां संध्या समय गंगा घाटों पर आरती के साथ असंख्य दीपों को प्रज्ज्वलित किया जाएगा। वहीं, शाम 5 से 6 बजे के बीच चंद्र ग्रहण 2022 भी लग रहा है।
कार्तिक पूर्णिमा चंद्र ग्रहण 2022 से 1 दिन पहले 7 नवंबर 2022, सोमवार से ही प्रभाव में रहेगी। पूर्णिमा तिथि का मान सोमवार को दिन में 3 बजकर 57 मिनट से आरंभ होगा, जो अगले दिन 3 बचकर 53 मिनट तक रहेगा। हालांकि, उदय कालिक स्थिति के आधार पर कार्तिक पूर्णिमा 2022, तिथि 8 नवंबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। इस दिन श्रद्धा भाव के साथ गुरु नानक जयंती भी मनाया जाएगा। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ग्रस्तोदित खग्रास चन्द्र ग्रहण 2022 भी लग रहा है।
चन्द्र ग्रहण 2022 सामान्यतः पूर्णिमा के दिन लगता है। इस बार भी यह चंद्रग्रहण 2022 पूर्णिमा के दिन मंगलवार को ही लग रहा है। इस चंद्रग्रहण 2022 का स्पर्श काल सायं 5 बजकर 9 मिनट पर होगा। जबकि मध्य काल शाम 5 बजकर 12 मिनट पर और मोक्ष काल रात्रि 6 बजकर 19 मिनट पर होगा। यह चंद्रग्रहण 2022 भरणी नक्षत्र तथा मेष राशि पर लग रहा है। ऐसे में जिन लोगों का जन्म भरणी नक्षत्र और मेष राशि में हुआ हो, वे किसी भी सूरत में इस चंद्र ग्रहण 2022 को न देखें।
अपने देश भारत में चंद्रग्रहण 2022 स्पष्ट रूप से दृश्य होने के कारण इसे वैदिक, ज्योतिष और धर्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चंद्र ग्रहण 2022 एशिया एवं विश्व के कई देश ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, उत्तर पूर्व यूरोप के कुछ भाग तथा दक्षिण अमेरिका के अधिकांश भागों से देखा जा सकेगा। यूनिवर्सल टाइम की बात करें, तो चंद्र ग्रहण 2022 का आरंभ 1ः32 बजे दोपहर से होगा तथा मोक्ष अर्थात समाप्ति 7ः27 बजे रात में होगा।
भारत भूमि पर दृश्य होने के कारण चंद्र ग्रहण 2022 धार्मिक दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि ज्योतिष की नजर में भी चंद्रग्रहण 2022 बेहद खास है। ज्योतिषविद कहते हैं कि मन का कारक ग्रह चंद्रमा होता है। ऐसे में चंद्रमा मेष राशि में राहु के साथ होंगे। केतु के साथ ग्रहों के देवता सूर्य रहेंगे। ऐसे में चंद्रमा से प्रभावित होने वाले जातकों को चंद्र ग्रहण 2022 पर विशेष सावधानी बरतनी होगी। चंद्रमा से प्रभावित लग्न मेष, वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, मकर और मीन राशि के लोगों को जरूरी उपाय करने की जरूरत है। इन सभी लग्न के लोगों को कोई भी कार्य सावधानीपूर्वक ही करना चाहिए। विशेष तौर पर वाहन चलाते समय सावधान रहें।