Google ने इंट्रोड्यूस किया Bard, क्या ChatGPT को दे पाएगा टक्कर? ये यूजर्स कर पाएंगे यूज
सर्च इंजन मार्केट में गूगल सबसे बड़ा प्लेयर है. कंपनी पिछले कई सालों से इस सेगमेंट में अपना दबदबाया बनाए हुए है. लाख कोशिश के बाद भी दूसरे प्लेयर्स Google को टक्कर नहीं दे पाए हैं. ChatGPT की एंट्री के बाद गूगल को एक खतरा महसूस हुआ. खतरा टेक्नोलॉजी के पिछड़ने का, इस रेस में पीछे होने का.
सर्च इंजन की रेस हो या फिर AI चैटबॉट, Google किसी भी प्लेयर से पिछड़ना नहीं चाहता. यही वजह है कि कंपनी ने सोमवार को अपने Chatbot का ऐलान किया. Alphabet के CEO सुंदर पिचाई ने जानकारी दी कि कंपनी एक कन्वर्सेशन्ल AI सर्विस शुरू कर रही है, जिसका नाम Bard होगा.
ये सर्विस फिलहाल टेस्ट यूजर्स के लिए जारी की गई है, जो इस पर अपना फीडबैक देंगे. टेस्ट यूजर्स के फीडबैक के बाद कंपनी इस प्लेटफॉर्म को पब्लिक के लिए रिलीज करेगी.
कंपनी के ChatGPT को टक्कर देने के लिए अपने AI चैटबॉट का ऐलान तो कर दिया है, लेकिन इसे सामान्य यूजर्स तक पहुंचने में वक्त लगेगा. सुंदर पिचाई ने अपने ब्लॉगपोस्ट में बताया कि कन्वर्सेशन्ल AI सर्विस Bard LaMDA पावर्ड है. यानी ये LaMDA पर बेस्ड एक AI चैटबॉट है.
LaMDA (लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग ऐप्लिकेशन) पर गूगल पिछले कई साल से काम कर रहा है. कंपनी ने इसे दो साल पहले इंट्रोड्यूस किया था. सुंदर पिचाई ने अपने ब्लॉग में गूगल के चैटबॉट की क्षमताओं के बारे में भी बताया है.
उन्होंने बताया कि Bard में यूजर्स को पावर, इंटेलिजेंस और क्रिएटिविटी का कॉम्बिनेशन देखने को मिलेगा. Bard यूजर्स से मिलने वाले रिस्पॉन्स और वेब पर मौजूद जानकारी की मदद से नॉलेज इकट्ठा करेगा.
कंपनी फिलहाल इस AI चैटबॉट को टेस्टर्स के लिए रिलीज कर रही है, जो LaMDA का लाइटवेट वर्जन है. Microsoft भी ChatGPT को अपने सर्च इंजन Bing से जोड़ रहा है. पिछले कुछ दिनों से ये प्लेटफॉर्म चर्चा में बना हुआ है.
गूगल सिर्फ Bard पर ही नहीं रुकने वाला है, बल्कि कंपनी कई दूसरे AI प्लेटफॉर्म्स पर काम कर रही है. हाल में ही कंपनी ने टेक्स्ट को म्यूजिक में चेंज करने वाला एक AI टूल इंट्रोड्यूस किया है. ऐसे कई दूसरे ऑप्शन भी गूगल आने वाले वक्त में प्रदान कर सकता है.