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उधार ले खोली इनवेस्‍टमेंट कंपनी, अब हैं भारत के 10वें सबसे अमीर आदमी, पढ़ें पूरी सक्सेस स्टोरी

नई दिल्‍ली. बचपन में क्रिकेटर बनने का सपना देखने वाले कोटक महिंद्रा बैंक के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर उदय कोटक चोट की वजह क्रिकेटर तो नहीं बन पाए पर बिजनेस की पिच पर खूब चौक्‍के-छक्‍के लगा रहे हैं. कभी कॉटन ट्रेडिंग करने वाले उदय को अपना यह फैमिली बिजनेस ज्‍यादा पसंद नहीं था. उन्‍होंने परिवार से अलग रहा चुनी. दोस्‍तों और परिवार से 30 लाख रुपये उधार लेकर इनवेस्‍टमेंट कंपनी खोल ली. इसके बाद तो उन्‍होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. फोर्ब्‍स की रिच लिस्‍ट के अनुसार, आज वे भारत के दसवें सबसे अमीर आदमी हैं. उनकी कुल नेटवर्थ 1.15 लाख करोड़ रुपये है. वे भारत के सबसे अमीर बैंकर हैं.

उदय कोटक का जन्‍म मुंबई में हुआ. उन्‍होंने मुंबई के सिडेनहैम कॉलेज से कॉमर्स में बैचलर्स डिग्री हासिल की. इसके बाद जमनालाल बजाज इंस्ट्यिूट ऑफ मैनेजमेंट स्‍टडी से एमबीए किया. पढ़ाई पूरी करने के बाद उदय अपने परिवार के कॉटन ट्रेडिंग के बिजनेस में लग गए. लेकिन, उनका मन अपने पारिवारिक बिजनेस में नहीं लगा. परिवार और दोस्‍तों से 30 लाख रुपये का जुगाड़ करके साल 1985 में उन्‍होंने एक इनवेस्‍टमेंट कंपनी खोल ली. बाद में उन्होंने महिंद्रा ग्रुप से पार्टनरशिप की और इस कंपनी का नाम कोटक महिंद्रा फाइनेंस हो गया. उदय कोटक ने धीरे-धीरे अपने पोर्टफोलियो का विस्तार स्टॉक ब्रोकिंग, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, इंश्योरेंस, म्यूचुअल फंड में किया.

उदय कोटक को साल 2003 में भारतीय रिजर्व बैंक से बैंकिंग लाइसेंस मिला और इस तरह कोटक महिंद्रा बैंक शुरू हुआ. आज कोटक महिंद्रा बैंक की गिनती भारत के प्रमुख निजी बैंकों में होती है. आज कोटक महिंद्रा बैंक का बाजार पूंजीकरण 3.78 लाख करोड़ रुपये है. खास बात यह है कि कोटक महिंद्रा बैंक ने कोरोना महामारी के दौरान भी अच्‍छा प्रदर्शन किया था. उदय कोटक ने ने जोखिम वाले सेक्टर को कभी भी खुलकर लोन नहीं दिया था. यही वजह रही कि संकट के समय में भी बैंक का प्रदर्शन बेहतर रहा.

उदय कोटक की शादी पल्‍लवी कोटक के साथ हुई है. 1985 में उदय की पल्‍लवी से मुलाकात हुई थी. पहली बार मिलने के दो महीने बाद ही उदय ने पल्‍लवी से शादी का फैसला कर लिया था. उदय के दो बेटे हैं. उनका बेटा जय हार्वर्ड बिजनेस स्‍कूल से ग्रेजुएट हैं और 2017 से कोटक महिंद्रा बैंक में ही कार्यरत हैं.

 

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