सोनभद्र में उत्तर प्रदेश विधानसभा की पंचायती राज समिति द्वारा क्षेत्र पंचायत/जिला पंचायत व ग्राम पंचायतों में कराये जा रहे विकास कार्यों की गहन समीक्षा
सोनभद्र,उत्तर प्रदेश विधानसभा की पंचायती राज समिति की द्वितीय उप समिति के सभापति व सदस्यगण के द्वारा आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा पंचायती राज विभाग तथा ग्राम्य विकास विभाग के ग्रामीणो क्षेत्रो एवं परिषदो के द्वारा विकास हेतु चलायी जा रही योजनाओं तथा केन्द्रीय प्रायोजित ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न गतिविधियों के प्रगति की समीक्षा की गयी।
बैठक में श्री विपिन कुमार डेविड सभापति के अलावा सदस्यगण में श्री अमित सिंह चैहान, विधायक डाॅ मुकेश चन्द्र वर्मा, विधायक श्री मुकेश चौधरी , विधायक श्री रामअचल राजभर,विधायक, विधायक श्री पीयूष रंजन निषाद समिति के सदस्य के रूप में उपस्थित रहें। इसके अतिरिक्त समिति के साथ अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहें, इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी श्री चन्द्र विजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री सौरभ गंगवार के अलावा सभी पंचायती राज विभाग से सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।
बैठक में सभापति व सदस्यगण के द्वारा आई0ई0सी0 गतिविधियां, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण,प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, महत्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय पेयजल योजना, अम्बेडकर विशेष रोजगार योजना, समुदायिक विकास कार्यक्रम, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान/निर्मल भारत अभियान योजना, पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना, बहुउद्देशीय पंचायत भवन/भारत निर्माण सेवा केन्द्रो के निर्माण की योजना, डाॅ राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना, पंचायत सशक्तिकरण अभियान, स्वच्छ भारत मिशन, अंत्येष्टि वार्षिक रिपोर्ट तथा पंचायती राज के सम्बन्ध में विभिन्न योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गयी। जनपद सोनभद्र के विभिन्न योजनाओं के कार्यो की समीक्षा के दौरान सभापति के द्वारा निर्देशित किया गया कि जनपद में पर्यटन अपार संभावनाएं हैं, जिसे विस्तार करने के लिए कार्य योजना बनाते हुए इसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये, जिससे कि जनपद में पर्यटन को देखने के लिए अधिक से अधिक लोग आयें और पर्यटकों के माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार का साधन उपलब्ध हो। इस दौरान उन्होंने जनपद में एक लव्य कोचिंग सेन्टर व सैम-मैम बच्चों के परिवारों को ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के साथ ही कुपोषण से मुक्ति, फ्लोराईट से प्रभावित क्षेत्रों में वाटर रिमूवल किट के वितरण, आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को बौद्धिक स्तर के बढ़ाने हेतु खेल-कूद सामग्री उपलब्ध कराये जा रहे जिलाधिकारी के नेतृत्व में किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने पंचायती राज विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि अनुसूचित जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में उनके परिवारों को चिन्हित करते हुए अधिक से अधिक व्यक्तिगत शौचालय उपलब्ध कराये जाये और उनके प्रयोग के सम्बन्ध में जागरूक किया जाये, जिला पंचायत द्वारा वर्ष-2019-2020 के टेण्डर होने के बावजूद जिन ठेकेदारों द्वारा अब तक कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है, उनके विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश समिति के सभापति द्वारा दिये गये। उन्होंने कहा कि गांव की रहने वाली अन्तिम छोर की महिला को समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के लिये एन0आर0एल0एम0 के समूह से जोड़ा जाये। ग्राम पंचायतो/क्षेत्र पंचायतों में सोशल आडिट के सम्बन्ध में उन्होने कहा कि समय-समय पर आडिट कराया जाये तथा जब भी आडिटर गांव में अथवा क्षेत्र पंचायत/ग्राम पंचायत आडिट के लिये पहुंचे तो उनका सहयोग प्रदान करते हुये समस्त पत्रावली उपलब्ध करायी जाये। स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्देशित किया गया कि गांव में स्थिति सामुदायिक शौचालयों में कही-कही ताला बन्द रहने की शिकायते प्राप्त होती रहती है यह सुनिश्चित किया जाय कि सभी शौचालय समय से खुले रहे तथा उसमें कर्मचारी उपस्थित रहें। मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा बताया गया कि सभी ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण लक्ष्य पूर्ण करा लिया गया हैं तथा शौचालय संचालित रहे इसके लिये सभी शौचालयों को रैण्डम चेकिंग भी एक साथ करायी जाती हैं। सभी गांवो में परिसम्पत्ति रजिस्टर मेंटनेंस रखने का भी निर्देश दिया गया, मनरेगा तथा चैदहवा/पंद्रहवा वित्त एवं राज्य वित्त से कराये जा रहे निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये। ग्राम पंचायतों में प्रयुक्त होेने वाले इण्टर लाकिंग ईट की विशेष गुणवत्ता की जांच गम्भीरता पूर्वक करायी जाये यदि गुणवत्तापूर्ण ईट न हो तो सी0सी0 रोड से कार्य कराया जाये। उन्होने कहा कि वर्तमान सरकार किसी भी कार्य की गुणवत्ता व भ्रष्टाचार से किसी स्तर पर समझौता न करेगी जांचोपरान्त यदि कही गड़बड़ी पायी जाती है तो दोषी के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिला पंचायत के द्वारा कराये जाने वाले विकास कार्यो की भी समीक्षा की गयी तथा निर्देशित किया गया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत सदस्यो से प्रस्ताव प्राप्त कराकर सभी के कार्यो को प्राथमिकता देते हुये कराया जाये। बैठक में स्मार्ट विलेज, अमृत सरोवर, जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण, गौशालाओं की स्थिति आदि की समीक्षा की गयी। उन्होने कहा कि स्मार्ट उत्तर प्रदेश बनाने के लिये गांव का विकास आवश्यक हैं। अतएव गावों को स्वच्छ व सुन्दर बनाने की दिशा में कार्य किया जाये। जिलाधिकारी श्री चन्द्र विजय सिंह ने कलस्टर आवास के निर्माण व उनके लाभार्थियों को दिये जा रहे पट्टे, प्रधानमंत्री आवास आदि योजनओं में कराये गये कार्यो में के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये सभापति व समिति के सभी सदस्यगण को आवश्स्त करते हुये कहा कि समिति के बैठक में दिये गये निर्देशो का अक्षरशः पालन सुनिश्चित कराया जायेगा।
तत्श्चात समिति के सभापति व सदस्यगण द्वारा राबर्ट्सगंज विकास खण्ड के ग्राम पंचायत लोढ़ी पहुंचकर पंचायत भवन, प्राथमिक विद्यालय लोढ़ी, उच्च प्राथमिमक विद्यालय का निरीक्षण किया गया, इस दौरान उन्होंने कहा कि पंचायत भवन में साफ-सफाई बनाये रखने के साथ ही ग्रामीणजनों की समस्याओं को ससमय निस्तारण किया जाये और उन्हें केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य व साफ-सफाई के लिए जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में शिक्षा स्तर को और सुधारा जाये और बेहतर तरीके से पठन-पाठन का कार्य किया जाये। इस मौके पर विभिन्न योजनाओं में कराये गये विकास कार्यो का निरीक्षण भी किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री सौरभ गंगवार, जिला विकास अधिकारी श्री शेषनाथ चैहान, डी0 सी0 मनरेगा श्री रमेश कुमार यादव, परियोजना निदेशक श्री आर0 एस0 मौर्या,जिला पंचायत राज अधिकारी श्री विशाल सिंह के अलावा अन्य सभी सम्बन्धित अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र