सोनभद्र में भारतरत्न लौहपुरूष सरदार बल्लभभाई पटेल की जयन्ती मनायी गयी, जिलाधिकारी ने ‘’राष्ट्रीय एकता दिवस’’ के अवसर पर राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता की दिलायी शपथ
सोनभद्र,राष्ट्रीय एकीकरण के शिल्पकार भारतरत्न, लौहपुरूष सरदार बल्लभभाई पटेल की 148वीं जयन्ती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में जनपद में उत्साह, उमंग एवं हर्षोल्लास के साथ मनाई गयी। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी श्री चन्द्र विजय सिंह ने सरदार बल्लभभाई पटेल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। जिलाधिकारी ने सरदार बल्लभभाई पटेल के जन्म दिवस को ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस’’ के रूप में मनाए जाने के अवसर पर उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों एवं अन्य सम्भ्रान्त नागरिकों को शपथ दिलाते हुए कहा ‘‘मैं सत्य निष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वंय को समर्पित करुंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं, जिसे सरदार वल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका है। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने की भी सत्य निष्ठा से संकल्प लेता हूॅं’’। इस दौरान जिलाधिकारी ने सूचना विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के इतिहास से सम्बन्धित लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया और इसके सम्बन्ध में जानकारी भी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने लौह पुरूष के जयंती पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के सिद्धान्तों, आदर्शो एवं आचरण के व्यवहारिक पक्ष को निष्ठापूर्वक एवं सेवा-भाव के साथ आत्मसात करना ही उनके प्रति हम सबकी सच्ची श्रद्धाजली होगी। उन्होंने कहाकि दृढ़ इच्छा शक्ति एवं संकल्प के धनी सरदार बल्लभभाई पटेल जी की ‘‘विविधता में एकता’’ की नीति का आज के परिवेश, समाज एवं देश हित में महत्व एवं योगदान बहुत है। इस अवसर पर अपर जिलाधिकरी(वि0/रा0) श्री सहदेव कुमार मिश्र, श्री सुधांसु शेखर शर्मा जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, श्री राजेश उपाध्याय परियोजना निदेशक डूडा सहित अन्य अधिकारियों ने भी भारतरत्न, लौहपुरूष सरदार बल्लभभाई पटेल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया,जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में जनपद के विभिन्न विभागों/कार्यालयों में लौह पुरूष सरदार बल्लभभाई पटेल जी की जयन्ती का आयोजन करते हुए राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता की शपथ ली गयी।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र