उत्तर प्रदेश

विकसित भारत @2047 पर एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली में हुआ कार्यक्रम

बरेली , 30 दिसम्बर। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा विकसित भारत@ 2047 अभियान के अंतर्गत विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए कल कॉर्पोरेट हाल रिफ बिल्डिंग रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली में विशेष कार्यक्रम का आयोजन कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह की संरक्षकता में आयोजित हुआ।
विकसित भारत@2047 के रूप में विकसित भारत संकल्प यात्रा सरकार द्वारा उठाया गया कदम एक सराहनीय पहल है इस अभियान के माध्यम से प्रधानमंत्री जी ने युवा एव समस्त भारतीयों को परिवर्तन कारी एजेंडा में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया है इसका लक्ष्य 2047 तक भारत को विकसित व अधिक सशक्त राष्ट्र बनाना है।

कार्यक्रम में रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली के सम्मानित कोर्ट मेंबर्स एवं माननीय जनप्रतिनिधिगण सादर आमंत्रित रहे जिसमें विधान परिषद सदस्य श्री जयपाल सिंह व्यस्त,एव श्री कुंवर महाराज सिंह, विधानसभा सदस्य श्री महेश चंद्र गुप्ता, श्री संजीव अग्रवाल, डॉ डी सी वर्मा एवं श्री शहजिल इस्लाम अंसारी उपस्थित रहे।

विकसित भारत @2047 अभियान के अंतर्गत उच्च शिक्षा एवं विश्वविद्यालयो की भूमिका विषय पर चिंतन मनन के लिए जनप्रतिनिधियों संकायध्यक्ष,विभागध्यक्ष,शिक्षक गण, शोध छात्र व छात्र-छात्राओं की भागीदारी सुनिश्चित करने एवं उनके विकसित भारत@2047 पर विचार जानने के लिए यह कार्यकम आयोजित किया गया है।

संगोष्ठी का शुभारंभ कुलगीत गायन द्वारा हुआ। प्रो. पी. बी.सिंह डीन स्टूडेंट वेलफेयर द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। अतिथियों के स्वागत के पश्चात सभी ने अपने विचार प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम में सर्वप्रथम माननीय डॉ जयपाल सिंह व्यस्त ने बताया कि जबतक भारत आत्मनिर्भर नही होगा हम विकसित नहीं हो पाएंगे। हमे शिक्षा, रोजगार, स्किल डेवलपमेंट आदि सभी क्षेत्र में आत्मनिर्भर आत्मनिर्भर होना होगा। इसके लिए सभी लोगों को अपने दायित्वों की पूर्ति करनी चाहिए। नैतिक मूल्यों, शिक्षा रोजगार स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम आदि विकसित देशों में भारत को ले जाएंगे।

इसके पश्यात रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के कोर्ट मेंबर एवं माननीय जनप्रतिनिधि डॉ डी सी वर्मा ने अपने विचार संगोष्ठी में प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्राचीन काल में भारत विश्व व्यापार का केंद्र था और विश्व व्यापार का कुल 28% भारत द्वारा होता था। मोदी सरकार की नीतियों से आज हम 82 करोड़ लोगों को फूड सिक्योरिटी दे रहे हैं। उज्जला योजना, जनधन योजना, जेंडर इक्वालिटी, आदि में बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 42 मेडिकल कॉलेज खोले जा चुके है और 2025 तक सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे जिससे स्वास्थ्य सेवा सुदृढ होगी। देश को आगे ले जाने में शिक्षको की भूमिका अहम है।

माननीय जनप्रतिनिधि कुंवर महाराज सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विकास यात्रा को वैश्विक पटेल तक पहुंचाना विकसित भारत का संकल्प है जिसे सिद्ध करना है। इसके लिए विकास के विभिन्न पैरामीटर्स शिक्षा ,स्वास्थ्य, विज्ञान, तकनीकी, रोजगार जो इसके मुख्य आधार स्तंभ है उन पर आधारित शोध एवं अन्वेषण विश्वविद्यालय में किए जाएं ।सरकार द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न योजनाओं की जानकारी युवाओं तक पहुंचाई जाए , साथ ही साथ आत्मनिर्भरता, रोजगार, शैक्षिक विकास ,कौशल तकनीकी विकास की ओर उत्प्रेरित किया जाए जिसके माध्यम से युवा राष्ट्र को आगे बढ़ाने में सहयोग करें और विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की जिम्मेदारी भी ले।

कोर्ट मेंबर एवं माननीय जनप्रतिनिधि महेश चंद्र गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि परंपरागत व्यवसायों का विकास करना अत्यंत आवश्यक है और भविष्य की आवश्यकता के अनुरूप किस प्रकार के भारत की रूपरेखा युवाओं के मन में है इस परिप्रेक्ष्य में भी विचार करना बहुत जरूरी है। भविष्य का भारत गंदगी मुक्त, आतंकवाद मुक्त भारत होगा

कोर्ट मेंबर संजीव अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि
गरीब , किसान,युवा वर्ग और महिला के विकास से ही विकसित देशों मे भारत विश्व गुरु बनेगा।

माननीय जनप्रतिनिधि श्री सहाजिल इस्लाम अंसारी ने कहा कि देश को विकसित बनाने में शिक्षा रोजगार स्किल की भूमिका अहम होगी।

 

इस संगोष्ठी में माननीय कुलपति प्रो के पी सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा ही वह माध्यम और साधन हैं जिसके द्वारा विकसित भारत के मोदी सरकार के विजन को 20 वर्षो में 2047 में साकार रूप दिया जायेगा। विश्वविद्यालय में उपलब्ध सभी संसाधनों का उपयोग किस प्रकार राष्ट्र विकास में किया जाए, किस प्रकार युवा विद्यार्थी अपनी जिम्मेदारियां को समझे, इसके लिए दिशा निर्देशन देने की जिम्मेदारी शैक्षिक संस्थानों की ही बनती है और शैक्षिक संस्थान युवाओं की आवाज के माध्यम से ही इस संकल्प को मजबूती दे सकता है, इसको पूरा करने में अपनी जिम्मेदारी निभा सकता है ,किस प्रकार बौद्धिक संपदा के माध्यम से रोजगार की नई-नई योजनाएं बना कर लागू की जाए इसके लिए योजना बनाकर टार्गेट ओरिएंटेड कार्य करते रहना होगा। हमारा रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली समाज के सभी वर्गों गरीब दिव्यांग, महिला, बेरोजगार युवाओं, कमज़ोर वर्गों आदि को सपोर्ट करते हुए विकसित भारत @2047 में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा हैं और निभाता रहेगा।

माननीय कुलपति प्रोफ़ेसर के पी सिंह ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के माध्यम से इस अभियान में विश्वविद्यालय की भूमिका के विषय में विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में वित्ताधिकारी श्री विनोद लाल, प्रोफ़ेसर एस के पांडेय, प्रोफ़ेसर जे एन मौर्य, प्रोफ़ेसर तूलिका सक्सेना, प्रोफेसर विजय यादव, प्रोफेसर ए के सिंह, डॉ पवन सिंह, प्रोफ़ेसर शोभना सिंह, प्रोफ़ेसर भोला खान, डॉ पवन सिंह, डॉ सुरेश कुमार, डॉ अमित सिंह, प्रोफ़ेसर यतेंद्र कुमार, डॉ विमल कुमार,डॉ. ज्योति पाण्डेय,, प्रो. आलोक श्रीवास्तव, प्रो.संजय गर्ग, उपकुलसचिव श्री आनंद मौर्या उपस्थित रहे। कार्यक्रम का नोडल अधिकारी श्रीमती सुनीता यादव सहायक कुलसचिव रही एवं संयोजक विश्वविद्यालय के कुल सचिव श्री अजय कृष्ण यादव है।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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