रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय परिसर में काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के अंतर्गत निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन
बरेली,09 अगस्त। रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय परिसर बरेली में कल काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के कार्यक्रम के अंतर्गत भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका विषय क्रांतिवीरों की गौरव गाथा :काकोरी ट्रेन एक्शन रहा ।इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य विद्यार्थियों को काकोरी ट्रेन एक्शन के विषय में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराना तथा प्राप्त जानकारी को लेखन एवं वाचन के माध्यम से माध्यम से व्यक्त करवा कर उनके ज्ञान को बढ़ाना और उसकी परख करवाना रहा। इस संबंध में सांस्कृतिक समन्वयक में डॉ. ज्योति पांडेय ने बताया कि शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार इन प्रतियोगिताओं का आयोजन पहले महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय स्तर पर किया जाएगा जिसमें काकोरी ट्रेन एक्शन स्वतंत्रता संग्राम की घटनाओं एवम नायको पर आधारित विषय रखे जायेंगे। आज की प्रतियोगिताओं में विजेता छात्र जनपद एवं राज्य स्तर पर आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करेंगे तथा विजेता विद्यार्थियों को 15 अगस्त 2024 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुरस्कृत किया जाएगा । जिसके अंतर्गत जनपद स्तर पर पुरस्कार राशि प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹10000 ,द्वितीय पुरस्कार के रूप में 7500 रुपए, तृतीय पुरस्कार के रूप में ₹5000 तथा पांच सांत्वना पुरस्कार रू 1000/ प्रति प्रदान किया जाएगा। जनपद स्तर पर विजेता विद्यार्थी राज्य स्तर की प्रतियोगिता में भेजे जाएंगे जिसमे में प्रथम, द्वितीय और तृतीय तथा सांत्वना पुरस्कार के रूप में क्रमश: रू 51000, 21000 रुपए, 11000 रुपए तथा ₹5000 की पुरस्कार राशि विजेताओं को दी जाएगी। इसी क्रम में आज विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केंद्र द्वारा भाषण तथा निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने अत्यंत उत्साह पूर्वक भाग लिया। इन विश्वविद्यालय स्तर पर जीते पर विजेता प्रतिभागियों के नाम 15 अगस्त को घोषित किए जायेंगे तथा माननीय कुलपति जी द्वारा पुरस्कृत भी किया जाएगा। प्रतियोगिताओं की आयोजन में सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. ज्योति पाण्डेय, डॉ. छवि शर्मा, डॉ. इंदरप्रीत कौर, डॉ. विमल कुमार तथा डॉ रामबाबू सिंह के साथ-साथ कल्चरल क्लब के तनिष्का, पंखुड़ी , फैज , योगेश, सत्यम, दीपांशी अनुष्का, स्वस्तिका, स्वाति का सहयोग रहा।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट