उत्तर प्रदेशराज्य

राम मंदिर के निर्माण को पूरा करने की नई डेड लाइन तय, कार्यकारिणी बैठक में लिया गया फैसला

अयोध्‍या : अयोध्या राम मंदिर निर्माण में श्रमिकों की कमी को देखते हुए राम मंदिर निर्माण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए नई डेड लाइन तय की गई है। पहले मार्च 2025 और उसके बाद 30 जून 2025 और अब अक्तूबर 2025 तय हो गई है। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय (Champatrai) का मानना है कि अक्तूबर 2025 तक अंतिम किश्त के रूप में परकोटे का निर्माण हो जाएगा। इसके बाद श्रीरामजन्म भूमि परिसर में लैंड स्केपिंग काम ही अवशेष रहेगा जिसके लिए कोई डेड लाइन नहीं है।

श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के बोर्ड आफ ट्रस्टीज की बैठक में निर्माण कार्य के प्रगति के बारे में भवन-निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र ने समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके बाद अंतिम रूप से नई डेड लाइन को मंजूरी प्रदान की गयी। तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने बताया कि बोर्ड ने निर्माण के विषय पर गंभीरता से विचार किया। इसके बाद निर्माण एजेंसियों से वार्ता के अनुसार बोर्ड ने राम मंदिर के तीनों तलों के निर्माण को पूरा करने के लिए अप्रैल 2025 तक का समय अंतिम रूप से निर्धारित कर दिया है। इसी तरह सप्त मंडपम का निर्माण कार्य मार्च 2025 व शेषावतार मंदिर का निर्माण अगस्त 2025 तय किया गया। बताया गया कि अक्तूबर 2025 में आठ सौ मीटर आयताकार परकोटे का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।

तीर्थ क्षेत्र महासचिव ने बताया कि रामलला के प्राण- प्रतिष्ठा का उत्सव प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी तीज-त्योहार हिन्दी तिथि के अनुसार ही मनाए जाते हैं इसलिए संतों का मत है कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का उत्सव भी हिन्दी तिथि से मनाया जाएगा। इस लिहाज से पौष शुक्ल द्वादशी तदनुसार 11 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाया जाएगा।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से पुजारी प्रशिक्षण योजना के अन्तर्गत छह माह का प्रशिक्षण लेने वाले पुजारियों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। बोर्ड आफ ट्रस्टीज ने इस नियुक्ति के लिए नियमावली को मंजूरी प्रदान कर दी है। इस नियमावली का सशर्त पालन करने वाले पुजारियों को तत्काल प्रभाव से नियुक्ति दे दी जाएगी। इस नियमावली की सबसे प्रमुख शर्त यह है कि श्रीराम जन्मभूमि में राम मंदिर में रामलीला की पूजा अर्चना के अलावा रोटेशन के आधार पर परिसर के अन्तर्गत निर्माणाधीन सभी 18 मंदिरों में पूजा-अर्चना करनी होगी।

श्रीरामजन्म भूमि परिसर में मार्ग शीर्ष कृष्ण दशमी तदनुसार सोमवार से प्रेक्षागृह, अतिथि गृह व ट्रस्ट कार्यालय का निर्माण शुरू हो गया है। इस निर्माण की आधारशिला तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने बोर्ड आफ ट्रस्टीज की बैठक में प्रतीकात्मक रूप से रखी। इसके साथ ही शिलापट्ट का भी अनावरण किया गया। यह जानकारी तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने देते हुए बताया कि बोर्ड की बैठक में 11 सदस्य भौतिक रूप से व भारत सरकार के सचिव प्रशांत लोखंडे वर्चुअल रीति से सम्मिलित हुए।

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