उत्तर प्रदेशराज्य

रुहेलखंड विश्वविद्यालय में स्वर्ण जयंती स्थापना दिवस पर पुरातन छात्र सम्मेलन और सांस्कृतिक संध्या का आयोजन


बरेली,16 फरवरी।महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली में स्वर्ण जयंती स्थापना दिवस के अवसर पर पुरातन छात्र सम्मेलन तथा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन द्वारा किया गया ।इसके पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया, स्वागत भाषण हुआ। सेक्रेटरी प्रोफेसर आलोक श्रीवास्तव द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया, इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ जिसमें 144 वर्ष बाद आने वाले महाकुंभ को दर्शाता हुआ शिव तांडव , म्यूजिक क्लब द्वारा म्यूजिक बैंड की प्रस्तुति, कथक नृत्य की प्रस्तुति, बालिका शिक्षा पर आधारित सावित्रीबाई फुले जी को नमन करते हुए नृत्य नाटिका, सितार वादन, वीर शहीदों एवं वैज्ञानिकों के योगदान को प्रदर्शित करता हुआ ट्रिब्यूट डांस किया गया, जिसके माध्यम से न केवल शहीदों को नमन किया गया बल्कि उनको श्रद्धांजलि भी दी गई। अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों ने भी डांस प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री धर्मेंद्र कुमार जी ने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर है और इसी के साथ इसी विकास यात्रा के साथ स्वर्णिम 50 वर्ष विश्वविद्यालय द्वारा आज पूरे कर लिए गए हैं। विश्वविद्यालय इसी प्रकार निरंतर आगे बढ़ता रहे इसके लिए विद्यार्थियों शिक्षक तथा पूरे विश्वविद्यालय परिवार का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री आकाश सक्सेना एमएलसी द्वारा भी अपने उद्बोधन में कहा गया कि मैं भी विश्वविद्यालय का छात्र रहा हूं और अत्यंत गर्व का अनुभव कर रहा हूं कि आज विश्वविद्यालय अपनी 50 वीं स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहा है और इस अवसर पर आयोजित की गई यह न केवल उनको पुरानी यादों से जोड़ती है बल्कि विश्वविद्यालय से सदैव जुड़े रहने को भी प्रेरित करती है ।इस अवसर पर प्रो.श्याम बिहारी लाल जी द्वारा भी विश्वविद्यालय के इतिहास से लेकर अब तक की विकास यात्रा के विषय में अपने विचार प्रकट किये गये। उन्होंने कहा कि निश्चित ही यह विश्वविद्यालय प्रगति की ओर बढ़ेगा और उसके लिए जो भी सहयोग होगा वह विश्वविद्यालय को प्रदान किया जाएगा ।अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. के.पी.सिंह जी द्वारा कहा गया कि यह अत्यंत हर्ष की बात है और गौरवपूर्ण क्षण है जब विश्वविद्यालय अपने स्वर्ण जयंती को मना रहा है और आज के समय में naac A++, QS रैंकिंग, कैटिगरी 1 स्टेट रिसर्च यूनिवर्सिटी और अन्य जितनी भी उपलब्धियां विश्वविद्यालय के खाते में है उनमें कहीं ना कहीं पुरातन छात्रों का विशेष योगदान है। हमारे पुरातन विद्यार्थी ही हमारी पूंजी है। इस विरासत को समझने का उपक्रम है।स्वर्ण जयंती हमारे सुनहरे इतिहास की गवाह है यह समारोह विश्व विद्यालय के संवर्धन और आप सब से जुड़े रहने में सहायक होगी। विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केन्द्र के विद्यार्थियों द्वारा सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मंच संचालन डॉ. ज्योति पाण्डेय , डॉ.सौरभ मिश्रा, डॉ.अजय यादव, पंखुड़ी कंचन , दीपांशु दीप द्वारा किया गया। कार्यक्रम में कुलसचिव श्री संजीव कुमार, प्रो. जे.एन.मौर्य, प्रो.संजय गर्ग, प्रो पी. बी.सिंह, डॉ.ज्योति पाण्डेय, डॉ.
अमित सिंह, डॉ. इंदरप्रीत कौर, डॉ.सौरभ वर्मा, डॉ. रीना पंत, डॉ.अतुल कटियार , श्री तपन वर्मा, संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षक , कर्मचारी, पुरातन छात्र, सांस्कृतिक केंद्र के डांस , संगीत और ड्रामा से अनुष्का,, श्रेय, पीयूष नंदिनी, श्रेया ,अक्षी, फैज, मनु, यश ललिता, अणिमा, प्रशांत, महक, समीक्षा, हिमांशु, अनमोल, उज्जवल आदि उपस्थित रहे।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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