आईवीआरआई द्वारा आयोजित “व्यक्तित्व विकास के लिए सॉफ्ट स्किल्स” मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम (ज्ञानशाला)का समापन
बरेली, 31अगस्त। संयुक्त निदेशालय प्रसार शिक्षा, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर द्वारा आयोजित ”व्यक्तित्व विकास के लिये सॉफ्ट स्किल्स“ मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम (ज्ञानशाला) का कल समापन हो गया। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में व्यक्तित्व विकास, संचार कौशल, प्रेरणा, नेतृत्व कौशल, समय एवं तनाव प्रबन्धन तथा रचनात्मकता आदि को बढ़ावा देना है। इस ज्ञानशाला संस्थान के कुल 21 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डा. त्रिवेणी दत्त ने कहा कि आज इस तरह के वयक्तित्व विकास के लिये सॉफ्ट स्किल्स“ की आवश्यकता बहुत बड़ गयी है उन्होंने कहा मैंने देखा एवं अनुभव किया है कि आज के इस युग में अधिंकाश व्यक्ति या छात्र तनाव ग्रसित रहते हैं वे अपने मन को शांत एवं नियंत्रण नहीं रख पाते जिसकी वजह से उनके वयक्तित्व विकास नहीं हो पाता। उन्होंने छात्रों से अपील कि अगर आपको उच्चपदांे की प्राप्ति करना है तो आप में शैक्षणिक दक्षता के साथ-साथ छात्रों के अन्दर सॉफ्ट स्किल्स का होना अति आवश्यक है। उन्होंने छात्रों से कहा कि आप इन ज्ञानशालाओं से अर्जित ज्ञान का अपने साथियों में अधिक से अधिक प्रसार करें जिससे वे भी लाभान्वित होकर अपने व्यक्तित्व का विकास कर सकें।
संयुक्त निदेशक, शैक्षणिक डा. एस.के. मेंदीरत्ता ने इस कार्यशाला को उपयोगी बताते हुए कहा कि यह ज्ञानशाला नई शिक्षा नीति के दिशा निर्देर्शो के अन्तर्गत आयोजित की गयी है। मुझे विश्वास है इस ज्ञानशाला से आप अपने जीवन स्तर को सुधारने तथा सम्रग कौशल एवं रचनात्मकता में वृद्धि आयेगी तथा आप एक कुशल नेतृत्व कर सकेंगे।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डा. रूपसी तिवारी ने छात्रों को व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में सॉफ्ट स्किल्स और व्यक्तित्व विकास के महत्व के बारे में जागरूक किया। उन्होंने छात्रों को भावनात्मक बुद्धिमत्ता के बारे में सिखाया और छात्रों को आत्म जागरूकता, भावनाओं को प्रबंधित करने, स्वयं को प्रेरित करने, सहानुभूति और सामाजिक कौशल के लिए प्रोत्साहित किया गया। प्रसार शिक्षा विभाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. महेश चंदर ने प्रतिभागियों के साथ अनुभव साझा किया और सामाजिक नेटवर्किंग और नेतृत्व कौशल विकसित करने के बारे में चर्चा की। उन्होंने छात्रों को बिग फाइव पर्सनैलिटी थ्योरी से परिचित कराया। प्रसार शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एचआर मीना ने संचार और प्रेरक कौशल पर छात्रों के साथ बातचीत की। डॉ आर एस सुमन ने क्रोध प्रबंधन और समय प्रबंधन के बारे में बात की जो छात्रों के लिए आवश्यक सॉफ्ट स्किल हैं। वैज्ञानिक डॉ. मदन सिंह ने संगठन में संघर्ष प्रबंधन और परिवर्तन प्रबंधन के बारे में चर्चा की और छात्रों को जोहारी विंडो के बारे में जागरूक किया जो उन्हें आत्म जागरूकता और मूल्यांकन में मदद करेगा। डॉ. श्रुति ने छात्रों से टीम निर्माण, तनाव प्रबंधन और संगठन में रचनात्मकता के बारे में चर्चा की। विभिन्न सॉफ्ट स्किल्स की बेहतर समझ के लिए छात्रों के लिए व्यावहारिक अभ्यास भी आयोजित किए गए।
कार्यक्रम का संचालन ज्ञानशाला समन्वयक डा. श्रुति ने किया। इस अवसर पर प्रसार शिक्षा विभाग के डा. एच आर मीणा, डा. महेश चन्दर, डा. आर. एस. सुमन, डा. मदन सिंह सहित संयुक्त निदेशालय के सभी अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट