रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ पहुंची अयोध्या, 5000 राम भक्तों को प्रतिदिन प्रांत वाइज दर्शन करवाने की ट्रस्ट करेगा पूरी व्यवस्था
डॉ विशाखा श्रीवास्तव।
अयोध्या । आज से मंदिर का दर्शन आम लोगों के लिए खोल दिया गया जिसमें देश भर से लाखों की भीड़ अयेाध्या पहुंची। जिसको संभालने के लिए प्रशासन को भी भारी मशक्कत करनी पड़ी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अयोध्या की सभी सीमाओं पर अयोध्या आने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है। हालांकि ट्रेन का आवागमन आज से चालू कर दिया गया है जिससे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ अयोध्या पहुंच रही है। सोमवार को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद करीब 7 हजार अतिथियों ने पहले दिन दर्शन किया जिसमे चार हज़ार विभिन्न परंपरा के संत भी शामिल थे।मंदिर ट्रस्ट ने दर्शनार्थियों की सारी व्यवस्था को ध्यान मे रखते हुए तैयारी की योजना बना रक्खी है। 26 जनवरी से लेकर 25 मार्च तक चलने वाले मंदिर ट्रस्ट के रामलला दर्शन कार्यक्रम की योजना के मुताबिक रोजाना लगभग 1 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन का आधार बना कर राष्ट्रीय स्तर से स्थानीय स्तर तक , त्रिस्तरीय संचालन व्यवस्था का प्लान तैयार किया गया है । मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट का प्लान रोजाना 6 हजार राम भक्तो को दर्शन करवाने का बना है इसके अलावा सारे देश से आने वाले श्रद्धालुओ की भीड़ जोड़ कर अनुमानित संख्या रोजाना 1 लाख के करीब होने का अनुमान है। मंदिर ट्रस्ट केवल रोजाना 6 हजार लोगों को यहां लाने से लेकर रहने खाने की व्यवस्था करेगा । जिसमें प्रयास है कि आने वाले श्रद्धालुओं को यहां किसी तरह का कष्ट न होने पाए। जो भी दर्शन करने के लिए रोज बाहर से अयोध्या पहुंचेंगे सभी के भोजन की व्यवस्था रहेगी।
इसके लिए 10 प्रकार की व्यवस्थाएं की जा रही हैं जिसमें परिवहन, ठहरने, भोजन चिकित्सा ,अयोध्या भ्रमण ,सुरक्षा पेयजल, चाय नाश्ता आदि शामिल है। सूत्रों के हवाले से, पहले चरण में आस्था एक्सप्रेस ट्रेन से यूपी बिहार हरियाणा राजस्थान , कुरूक्षेत्र झारखंड उत्तराखंड के श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेगे जिनकी अगवानी कर उन्हे उनके रहने के स्थल तक पहुंचाने के साथ भोजन जलपान आदि की व्यवस्था स्थल तक पहुंचाने के लिए विभिन्न स्तर पर कार्यकर्ताओ की टीमें गठित की गई हैं। इसके अलावा अन्य प्रांतों के लोगों को दर्शन करवाने के लिए 400 ट्रेनें सारे देश से आएंगी । लोग अपने साधनों ,पैदल, साइकल आदि से भी पहुंचेगे। हवाई जहाज से आने वालों की अलग श्रेणी रहेगी। पूरे देश में 10 करोड़ श्रद्धालुओं को राम लला के दर्शन करवाने के लिए जो अक्षत बांटे गए हैं वे सब जल्द से जल्द अयोध्या पहुंच कर रामलला का दर्शन करना चाहेंगे।उनके लिए तिथिवार बुलाने की भी व्यवस्था की जा रही है। मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि रोजाना 5 हजार राम भक्तों को हर प्रांत से दर्शन के लिए लाया जाएगा । इसके लिए प्रांत स्तर तक प्रभारी बनाए गए हैं। उन्ही के संयोजन व व्यवस्था मे श्रद्धालुओं का दल अयोध्या आता रहेगा ।
पांच रेलवे स्टेशनों पर उतरेंगी सवारियां- अयोध्या महानगर के बीजेपी अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने कहा कि बीजेपी का पूरा संगठन भी इस कार्यक्रम में भागीदारी निभा रहा है। ट्रस्ट ने संघ के फ्रंटल संगठनों के कार्यकर्ताओ को इससे जोड़ा है।जो योजना बनी है उसके मुताबिक भीड़ एक जगह न जमा हो जाए, इसके लिए अयेाध्या में पहुंचने वाले श्रद्धालु एक ही स्टेशन पर न उतर कर अयोध्या कैंट, अयोध्या घाम , दर्शननगर, रामघाट हाल्ट व भरतकुंड रेलवे स्टेशनों पर उतरेंगे। जहां से उन्हें रोडवेज की बसें अयोध्या के बस स्टेशन तक ले आएंगी । इसके लिए अस्थाई बस अड्डे भी बनेंगे। यूपी रोडवेज के 400 बसों का बेड़ा इस काम में लगेगा । यहां से इलेक्ट्रिक बसों की निशुल्क सेवा की जा रही है जो यात्रियों को अयोध्या के प्रमुख स्थलों का भ्रमण व रामलला का दर्शन करवाएंगी ।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम- बताया गया कि पूरी व्यवस्था पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम बन रहा है। जहां से बाहर से आने वालों के लिए हर तरह की मदद व सूचना का आदान प्रदान भी यह कंट्रोल रूम करेगा। निशुल्क भोजन व रहने की व्यवस्था – मंदिर ट्रस्ट की ओर से रोजना आने वाले करीब 1 लाख श्रद्धालुओं के लिए भोजन व रहने की भी व्यवस्था की जा रही है।45 स्थानों पर भंडारा चलेगा । रहने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा टेंट सिटी मंदिर धर्मशालाओं व होटलों आदि में व्यवस्था की गई है। व्यवस्था ऐसी बनाई जा रही है कि जो भी श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे उनको उसी दिन दर्शन करवा कर अगले दिन उसी रूट से वापस भेज दिया जाएगा जिससे यहां अनावश्यक भीड़ न जुटने पाए । करीब 60 दिनों तक लगातार चलने वाले इस दर्शन अभियान की व्यवस्था में प्रशासन व प्रदेश सरकार भी अहम भूमिका निभाने जा रहा है । जिसमें प्रदेश सरकार जिला प्रशासन व एजीओ व अन्य सहयोगी संस्थाओं के बीच कोआर्डिनेशन रखा जाएगा ।
इस संदर्भ मे जिला प्रशासन व ट्रस्ट के पदाधिकारियों के बीच व्यवस्था को लेकर कई बैठके भी हो चुकी हैं। डीएम नितीश कुमार के अनुसार प्रशासन हर तरह से अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सुलभ दर्शन ,पूरी सुरक्षा के साथ करवाने की व्यवस्था तैयार कर रहा है। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट व बस स्टेशनों पर श्रद्धालुओं को अतिथि भाव से सेवा की व्यवस्था रहेगी । इसके साथ ही सुरक्षा, पेयजल व जलपान की भी व्यवस्था बनाई जा रही है। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बड़ी संख्या में स्टे होम होटल धर्मशालाओं व टेंट सिटी बसाए गए हैं। नव्य अयोध्या में 25 हजार लोगों के लिए टेंट सिटी बनाई गई है। मंदिर ट्रस्ट ने भी 4 टेंट सिटी व उनके रूकने के लिए मंदिरों व धर्मशालाओं में व्यवस्था की है। प्रशासन मंदिर ट्रस्ट के प्लान में समन्वय कर रहा है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का ने बताया कि बड़ी संख्या मे आमजन व एनजीओ भी खुलकर सहयोग करने के लिए सामने आ रहे हैं।