Top Newsउत्तर प्रदेशराज्य

जनपद न्यायाधीश, बरेली द्वारा किया गया प्रत्यायन प्रमाण पत्रों का वितरण

बरेली,19 मई |अपर जनपद न्यायाधीश, श्री उमा शंकर कहार, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बरेली द्वारा बताया गया कि मध्यस्थता एवं सुलह समझौता केन्द्र, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बरेली हेतु नामित मध्यस्थ अधिवक्ता, जो 40 घण्टे का मध्यस्थता प्रशिक्षण न्यायिक प्रशिक्षण संस्थान, लखनऊ में प्राप्त कर चुके हैं, को प्रत्यायन प्रमाण पत्र वितरित किये जाने हेतु उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा प्रमाण पत्र प्रेषित किये गये हैं, जिनका वितरण माननीय जनपद न्यायाधीश श्री सुधीर कुमार, अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बरेली द्वारा किया गया।
माननीय जनपद न्यायाधीश श्री सुधीर कुमार द्वारा मध्यस्थ अधिवक्ताओं को प्रोत्साहित करते हुये विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से बताया गया कि आपसी विवादों का सबसे सरल समाधान मध्यस्थता ही है। मध्यस्थता एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक तटस्थ व्यक्ति, जिसे मध्यस्थ कहा जाता है, विवादित पक्षों को आपसी समझ और सहमति से अपने मामलों को सुलझाने में मदद करता है। मध्यस्थता एक गोपनीय प्रक्रिया है जिसमें मध्यस्थ द्वारा पक्षों में बातचीत कराने और एक समाधान पर पहुंचने पर प्रोत्साहित किया जाता है।
माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा मध्यस्थ अधिवक्ता श्री ओमकार सिंह रघुवंशी, श्री आदर्श बहादुर जौहरी, श्री सुनील कुमार भटनागर, श्रीमती हरिन्दर जीत कौर चड्डा , श्री सुशील कुमार एवं श्री राजेश शर्मा को प्रत्यायन प्रमाण पत्र वितरण किये गये। उपरोक्त समस्त मध्यस्थ अधिवक्ताओं द्वारा प्रमाण पत्र प्राप्त कर, माननीय जनपद न्यायाधीश, बरेली एवं माननीय सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बरेली का सधन्यवाद किया गया।                             बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट