मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में मण्डलीय समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न

बरेली, 28 अक्टूबर। मण्डलायुक्त भूपेन्द्र एस0 चौधरी की अध्यक्षता में मण्डलीय समीक्षा बैठक कल विकास भवन स्थित सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में सर्वप्रथम समसमायिक प्राथमिकता कार्यक्रम की समीक्षा के अन्तर्गत कृषि विभाग से सम्बंधित पराली प्रबन्धन की समीक्षा की गयी, जिस पर अवगत कराया गया कि जनपद बरेली में 17, पीलीभीत में 54, बदायूं में 04 व शाहजहांपुर 62 तथा कुल 137 घटनाएं चिन्हित हुई, जिसमें जांच करायी जा रही है कि वास्तव में पराली जलाने की घटनाएं है या किसी ने कूड़ा आदि जलाया है, जनपद बरेली में जांच द्वारा 06 घटनाएं पराली जलाने की पायी गयी हैं। जिस पर निर्देश दिये गये कि ऐसी घटनाओं के जिम्मेदारों पर जुर्माना लगाया जाये और उसका प्रचार- प्रसार भी किया जाए, जिससे बाकी लोग सतर्क और जागरुक हो सके। इसके अतिरिक्त डिजिटल क्रॉप सर्वे की भी समीक्षा की गयी, जिसके अन्तर्गत बताया गया कि ई-खसरा पड़ताल क्रॉप का सर्वे चल रहा है और फार्मर रजिस्ट्री की जा रही हैं। जिस पर मण्डलायुक्त द्वारा जानकारी ली गयी कि कृषि भूमि का सर्वे हर बार किया जाता है या नहीं और प्रत्येक वर्ष जो क्रय-विक्रय किया जाता है, विभाजन/विरासत अपडेट करते हुए सर्वे किया जा रहा है या नहीं, कुछ ग्रामों में रेडमली जांच कराने के भी निर्देश दिये गये। बैठक में अवगत कराया गया कि 01 अप्रैल के बाद उन किसानों को किसान सम्मान निधि नहीं मिलेगी, जिनकी फार्मर रजिस्ट्री नहीं होगी।
बैठक में धान खरीद के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी और पाया कि मण्डल में धान खरीद का लक्ष्य 22,61,800 मी0 टन है, जिसके सापेक्ष अभी तक 7,19,000 मी0 टन धान खरीद हुई है। मण्डलायुक्त ने मंडलीय अधिकारियों को धान खरीद सेंटरों की प्रतिदिन की रिपोटिंग लेने के निर्देश दिये और जिन धान क्रय केन्द्रों में धान खरीद शून्य है वहां भी धान खरीद शुरू कराने साथ ही मौसम के दृष्टिगत बारिश की सम्भावना को देखते हुये केन्द्र प्रभारियों को आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने हेतु निर्देशित करने के निर्देश दिये गये। बैठक में अवगत कराया गया कि रोजा में सबसे अधिक धान क्रय हो रहा है वहां स्टोरेज की समस्या आ सकती है।
बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की समीक्षा की गयी और पाया कि संस्थागत प्रसव पूर्व जांचों में जनपद पीलीभीत को छोड़कर शेष जनपदों में अच्छा कार्य हुआ है। टी0वी0 मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत बताया गया कि बरेली में 68,465 लोगों का माइक्रो स्कोपी टेस्ट परीक्षण किया गया तथा बरेली में 43 प्रतिशत मरीज अडाप्ट कर लिए गए हैं लेकिन जनपद पीलीभीत/बदायूं अडाप्शन कार्य में पीछे हैं। बैठक में मण्डलायुक्त ने निक्षय मित्र के बारे में विस्तार से जानकारी ली गयी, जिस पर अवगत कराया गया कि निक्षय मित्र मरीज को पोषण किट आदि दी जाती है और उन्हें सामाजिक सहायता भी प्रदान करते है। मण्डलायुक्त ने निर्देश दिए कि निक्षय मित्रों को प्रमाण पत्र आदि का वितरण कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाये।
बैठक में जनपद पीलीभीत के जरीयनपुर में संस्थागत प्रसव कम होने के बारे में जानकारी ली गयी और निर्देश दिए गए कि हर स्कूल/सी0एच0सी0 पर सप्ताह में एक बार अनिवार्य रुप से औचक निरीक्षण कराया जाए और नियमित निरीक्षण भी चलते रहे। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की समीक्षा के दौरान पाया गया कि जनपद बरेली में 80 प्रतिशत, बदायूं में 78.44 प्रतिशत, पीलीभीत में 80.7 प्रतिशत, शाहजहांपुर में 79.48 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बने हैं।
बैठक में ई-कवच पोर्टल की समीक्षा की गयी और पाया गया कि पोर्टल पर डिलवरी अपडेशन कम है, जिस पर निर्देश दिए कि पोर्टल पर डिलवरी अपडेशन के कार्य को बढ़ाया जाए। नेत्र ज्योती अभियान की समीक्षा में पाया जनपद पीलीभीत में अभी तक बच्चों के चश्में का वितरण शुरु नहीं हुआ है, जिस पर अवगत कराया गया कि टेंडर हुआ है जनपद का लक्ष्य 2200 का है, शीघ्र वितरण कराया जायेगा। बैठक में मण्डलायुक्त ने एम्बुलेंस 108/102 की कुल नम्बर ऑफ ट्रिप की संख्या मंगवाये जाने और उसकी जांच कराये जाने के निर्देश दिए, जिससे पता लग सके कि वास्तव में जिनती रिर्पोटिंग की जा रही है उतनी ड्रिप हुई है या नहीं।

बैठक में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा की गयी, जिस पर अवगत कराया गया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान आगामी 31 अक्टूबर 2025 तक संचालित है। अवगत कराया गया कि विगत वर्ष से काफी कम मरीज पाए गए है। पीलीभीत की तहसील बीसलपुर के ग्राम रसायखानपुर में 98 डेंगू के मरीज मिले हैं जांच के दौरान पाया गया कि गांव में उथले हैडपम्पों की संख्या बहुत अधिक है, जिस पर उनको हटवाए जाने और पीने के पानी की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही अवगत कराया गया कि बुखार के दौरान पेट दर्द है व उल्टी आ रही है तो मरीज को तुरंत सरकारी अस्पताल में एडमिट कराया जाए। बैठक में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अन्तर्गत सहयोगी विभागों के कार्य की स्थिति की भी समीक्षा की गयी और निर्देश दिए गए कि यदि कहीं कोई कमी है तो उसकी सूचना समय से सम्बंधित अधिकारियों को दी जाए, जिससे सुधार हो सके।
बैठक में मुख्यमंत्री कम्पोजिट स्कूल की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गयी कि प्राइमरी से कक्षा 12 तक अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस स्कूल बनाए जाने हैं। बरेली में भोजीपुरा, आलमपुर जाफराबाद का चयन किया गया है, शाहजहांपुर के निगोही में विद्यालय का निर्माण कार्य चल रहा है, अवशेष स्कूलों हेतु प्रक्रिया चल रही है।
बैठक में पशुपालन विभाग की समीक्षा की गयी, जिस पर अवगत कराया गया कि मण्डल में 632 गौआश्रय स्थल है, जिसमें 1,02,217 पशुओं को संरक्षित किया गया है, जिस पर मण्डलायुक्त ने जानकारी ली कि पिछले माह के सापेक्ष संरक्षित गौवंश बढ़े है अथवा नहीं, जिस पर अवगत कराया गया कि गौवंशों की संख्या बढ़ी है साथ ही शाहजहांपुर में दो आश्रय स्थल बढ़ गए हैं और बरेली में भी इस वर्ष के अंत तक तीन गौआश्रय स्थल बनकर तैयार हो जायेंगे। बैठक में मण्डलायुक्त ने जानकारी ली कि निजी पशुपालकों के पास कितने गौवंश हैं, इसका कोई डाटा उपलब्ध है जिस पर बताया गया कि वर्ष 2019 के ऑकड़ों के अनुसार 9,36,000 गौवंश व 26,40,000 महिषवंशी पशु निजी पशुपालकों के पास हैं। बैठक में अवगत कराया गया कि सड़क दुर्घटनाओं से बचाव हेतु पशुओं को रेडियम बेल्ट पहनाने का कार्य मात्र बदायूं में चल रहा है, अवशेष में बजट के आभाव में लम्बित है तथा जनपद बरेली में प्रक्रियाधीन है।
बैठक में ‘‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना’’ की समीक्षा में पाया गया कि योजनान्तर्गत जनपद बरेली को 2700 तथा अन्य जनपदों का 1700 लक्ष्य प्राप्त है। पीलीभीत व बदायूं की प्रगति लगभग 38 प्रतिशत है, इसमें गति लाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड के अन्तर्गत कम रैंक प्राप्त होने के कारणों की समीक्षा की गयी और पाया गया कि विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण रैंक खराब हुई है, जिस पर चारों जनपदों के अधीक्षण अभियंता को एमडी के माध्यम से कार्यवाही हेतु पत्र लिखने के निर्देश दिए गए। पीएम सूर्य घर योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए गए कि जहां बिजली बिल ज्यादा आ रहा है उन घरों से सम्पर्क किया जाए और सोलर पैनल लगाने हेतु प्रयास किया जाए तथा जहां बिल कम आ रहा है तो कारणों की जांच कराई जाए कहीं कोई अवैध तरीका तो प्रयोग नहीं किया जा रहा है। समीक्षा में पाया गया कि एनआरएलएम में बजट के अभाव के कारण रैंक खराब हुई है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में इंटरनेट प्रभावित होने के कारण बरेली की रैंक गिरी है। राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना में शाहजहांपुर की रैंक डी है, जिस पर जिलाधिकारी शाहजहांपुर ने अवगत कराया कि समाज कल्याण अधिकारी के सस्पेंशन हेतु लिखा गया है। बैठक में सेतुओं व नई सड़कों के निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त ने सभी मण्डलीय अधिकारियों को अपने विभाग सम्बन्धी सी0एम0 डैशबोर्ड पर पैरामीटर्स की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी अधिकारी की लापरवाही के कारण रैंक प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
बैठक में जिलाधिकारी बरेली अविनाश सिंह, जिलाधिकारी पीलीभीत ज्ञानेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी बदायूं अवनीश राय, जिलाधिकारी शाहजहांपुर धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, मण्डल के समस्त मुख्य विकास अधिकारी/मुख्य चिकित्साधिकारी सहित मण्डल स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

