झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में आग, 10 शिशुओं की मौत
नई दिल्ली: झांसी मेडिकल कॉलेज के शिशु वॉर्ड में भीषण आग लग गई है। खिड़की तोड़कर बच्चों को निकाला जा रहा है। कई बच्चों के झुलसने की खबर है। इसके ऊपर 10 मासूमों की मौत की बात भी कही जा रही है। मौके पर दमकल की कई गाड़ियां मौजूद हैं और खिड़की तोड़कर बच्चों को निकाला जा रहा है। अभी तक 37 बच्चों का रेस्क्यू किया गया है, लेकिन कई और अंदर फंसे हुए बताए जा रहे हैं।
सीएम योगी ने हादसे पर क्या बोला?
चिंता की बात यह है कि बच्चों के ICU वॉर्ड में यह भीषण आग लगी है, जो वीडियो सामने आ रहे हैं उनमें धुंए का गुबार देखने को मिल रहा है, एक छोटी सी खिड़की से बच्चों का रेस्क्यू हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस हादसे का संज्ञान ले लिया है और वे इस पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने 12 घंटे के अंदर में एक विस्तृत रिपोर्ट भी मांग ली है।
एक्स पर इस घटना को लेकर सीएम योगी ने लिखा कि जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी आग
इस समय सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने पर जोर दिया जा रहा है, पूरा प्रयास है कि रेस्क्यू को जल्द से जल्द संपन्न किया जाए। झांसी के डीएम अविनाश कुमार ने बताया है कि शॉर्ट सर्किट होने की वजह से यह आग लगी है। इस हादसे की जांच के लिए एक कमेटी का गठन भी कर दिया गया है। उनकी तरफ से इस बात की पुष्टि भी की गई है कि 10 बच्चों की मौत हो चुकी है। अब किसी की लापरवाही से इतना बड़ा हादसा हुआ है, इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। अभी मौके पर पूरा प्रशासन मौजूद है, दमकल की कई गाड़ियां भी तैनात हैं।
डिप्टी सीएम झांसी के लिए रवाना
अब यह हादसा क्योंकि काफी बड़ा बन चुका है, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। माना जा रहा है कि सरकार के और मंत्री भी झांसी पहुंच सकते हैं। लेकिन हादसे को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। एक बच्चे की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि आग लगने के बाद डॉक्टर अपनी जान बचाकर भाग गए, लेकिन उनके बच्चों को वहां जलने के लिए छोड़ गए।