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Gorakhpur-Ayodhya Four Lane: गोरखपुर-अयोध्या फोरलेन की बदलेगी सूरत, टूटे हिस्से में बनेगी नई सड़क; 200 करोड़ होंगे खर्च

गोरखपुर-अयोध्या फोरलेन पर जल्द ही बड़े गड्ढों से मुक्ति मिलेगी। एनएचएआई (नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) अब इन क्षतिग्रस्त हिस्सों को केवल पैचिंग नहीं करेगा, बल्कि पूरी सड़क को फिर से नए सिरे से बनाएगा। इस परियोजना पर लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और इसे एक साल के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस सुधार कार्य की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को एनएचएआई मुख्यालय द्वारा मंजूरी भी मिल चुकी है।

निर्माण कार्य अगले माह से शुरू होगा, टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में
गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन मार्ग पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं, जिनकी वजह से बड़ी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। एनएचएआई अगले माह के पहले पखवाड़े तक इस सड़क के पुनर्निर्माण का काम शुरू कर देगा। सड़क के सभी क्षतिग्रस्त हिस्सों को फिर से बनाने का निर्णय लिया गया है। गड्ढों को भरने की बजाय, सड़क के निचले स्तर को उखाड़कर पूरी तरह से नया निर्माण किया जाएगा।

200 करोड़ रुपये का होगा खर्च
इस परियोजना के लिए एनएचएआई द्वारा 200 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। गोरखपुर-अयोध्या फोरलेन के इस खंड की मरम्मत गोरखपुर पीआईयू (परियोजना क्रियान्वयन इकाई) को सौंपी गई है। पीआईयू द्वारा सर्वे करने के बाद तैयार की गई डीपीआर को एनएचएआई मुख्यालय ने स्वीकृत कर दिया है। परियोजना को एक साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है, हालांकि गोरखपुर पीआईयू के अधिकारियों का कहना है कि प्रयास किया जाएगा कि निर्माण कार्य इससे पहले ही समाप्त कर लिया जाए।

गड्ढों से परेशान थी जनता
गोरखपुर-अयोध्या फोरलेन मार्ग पर कई जगह गहरे गड्ढे और टूटे हुए हिस्से थे। कुछ स्थानों पर तो सड़क की ऊपरी परत ही उड़ चुकी थी, और गड्ढे इतने बड़े हो गए थे कि दुर्घटनाओं का कारण बन रहे थे। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, एनएचएआई ने सड़क के निचले स्तर पर सुधार करने का फैसला किया।

संतकबीरनगर, बस्ती होते हुए अयोध्या तक के इस मार्ग की मरम्मत करीब पांच महीने पहले की गई थी, लेकिन ज्यादा ट्रैफिक लोड के कारण सड़क की स्थिति फिर से खराब हो गई थी। एनएचएआई के अभियंताओं ने सर्वे किया और पाया कि सड़क के निचले स्तर को दुरुस्त करने से ही इस समस्या का स्थायी समाधान होगा।

इस परियोजना से न केवल गोरखपुर-अयोध्या फोरलेन की सूरत बदलेगी, बल्कि इस मार्ग पर यात्रा करने वाले लाखों लोगों को राहत भी मिलेगी।