उज्जैन महाकाल मंदिर में लगेगी लड्डू की मशीन, पैसे डालते ही निकलेगा प्रसाद का पैकेट
उज्जैन : मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर बाबा का मंदिर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे प्रमुख है और साथ ही मंदिर का लड्डू प्रसाद भी देश भर में प्रसिद्ध है। मंदिर आने वाले श्रद्धालु महाकाल के दर्शन के बाद लड्डू प्रसाद जरूर अपने साथ ले जाते हैं। लड्डू की डिमांड इतनी ज्यादा है कि अब श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर में ATM मशीन की तरह लड्डू की मशीन लगने जा रही है। मशीन में रुपये डालते ही भक्तों को लड्डू मिलेगा। पैसे डालो और भगवान का प्रसाद लड्डू पाओ।
उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में प्रसाद एटीएम लगाने का निर्णय हुआ है। इस मशीन में पैसा डालते ही प्रसाद की थैली बाहर निकलेगी। यह प्रसाद 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किलो के पैकेट में होगा। मंदिर प्रबंधन ने यह नई व्यवस्था प्रसाद काउंटर पर लगातार बढ़ती भीड़ को देखते हुए करने का फैसला लिया है। अभी मंदिर में प्रसाद की व्यवस्था आठ काउंटरों से की जाती है, लेकिन तीज त्योहारों पर यहां स्थिति खराब हो जाती है। ऐसे हालात में श्रद्धालुओं को प्रसाद लेने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि दिल्ली के एक भक्त ने यह प्रसाद एटीएम मंदिर को डोनेट करने की बात कही है। इन मशीनों की शुरुआत पहले से चले आ रहे सभी आठ काउंटरों पर किया जाएगा। बाद में स्थिति के मुताबिक इनकी संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जाएगा। इन मशीनों के लगने के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा।
उन्होंने बताया कि प्रसाद एटीएम लगने के बाद श्रद्धालुओं को यहां धक्का मुक्की जैसी स्थिति से नहीं गुजरना होगा। यही नहीं, मंदिर बंद होने के बाद भी यह मशीनें चालू रहेंगी और श्रद्धालु अपनी सुविधा के मुताबिक निर्धारित राशि मशीन में डालकर उतने मूल्य का प्रसाद सहज तरीके से पा सकेंगे। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक, यहां रोजाना 50 कुंटल से अधिक बेसन के लड्डुओं का प्रसाद तैयार किया जाता है और फिर इन्हें सभी आठ काउंटरों से श्रद्धालुओं में वितरित किया जाएगा।
प्रसाद एटीएम आने के बाद यही लड्डू काउंटर की जगह मशीन से वितरित किए जाएंगे। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक सामान्य दिनों में आठ काउंटरों पर प्रसाद का वितरण आराम से हो जाता है, लेकिन त्योहारों और सावन के महीने में भीड़ ज्यादा होती है। ऐसे हालात में इन काउंटर पर धक्का मुक्की जैसी स्थिति बन जाती है। इसके अलावा अलग-अलग वजन के प्रसाद को लेकर भी कई बार गफलत होती है। लेकिन नई व्यवस्था में सभी झंझटों से मुक्ति मिल जाएगी। प्रसाद एटीएम लगने के बाद हर वजन के प्रसाद का मूल्य लिखा होगा और निर्धारित मूल्य की रकम मशीन में डालते ही उतने वजन के प्रसाद का पैकेट बाहर आ जाएगा।
मंदिर में रोज लाखों भक्त पहुंचते हैं। महाकाल मंदिर में रोजाना 40 से 50 क्विंटल लड्डू की खपत होती है। मंदिर परिसर में इसके लिए आठ काउंटर लगाए गए हैं, जहां से भक्त अलग-अलग पैकेट में प्रसादी खरीद सकते हैं। लड्डू प्रसाद 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किलो के पैकेट में उपलब्ध रहते हैं। भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद 400 रुपये किलो में मिलता है।
दरअसल, महाशिवरात्रि, नाग पंचमी और श्रावण मास जैसे खास अवसरों पर मंदिर में भक्तों कि भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे में प्रबंधन के लिए मंदिर में आमतौर पर आठ काउंटर होते हैं। वहीं, यही विशेष दिनों में बढ़ाकर 15 कर दिए जाते हैं। मगर फिर भी भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि, अब इस सुविधा से भक्तों को बाबा महाकाल का प्रसाद पाने में आसानी होगी।
दिल्ली के एक दानदाता लड्डू की मशीन लगवा रहे हैं। शुरुआत में सभी आठ काउंटर पर लड्डू कही मशीनें लगाई जाएंगी। मशीन में रुपये डालने पर लड्डुओं का पैकेट निकलेगा। इससे भगवान महाकाल के भक्तों को जल्द लड्डू प्रसादी मिल सकेगा। मंदिर बंद होने के बाद भी मशीन से लड्डू ले सकेंगे। इसमें मंदिर समिति के कर्मचारियों को भी नहीं लगाना पड़ेगा।