उत्तर प्रदेश

जिला पर्यावरण समिति, जिला वृक्षारोपण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक हुई सम्पन्न

 

 

बरेली, 17 अक्टूबर। मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश की अध्यक्षता में कल जिला पर्यावरण समिति, जिला वृक्षारोपण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई।

सर्व प्रथम जिला पर्यावरण समिति की बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि जनपद में 1050 लैब/अस्पतालों द्वारा जैव चिकित्सा अपशिष्ट के निस्तारण हेतु 02 निजी संस्थाओ से एग्रीमेंट किया गया है, जिसका सत्यापन पूर्ण कर लिया गया है। अधिशासी अभियता उ०प्र० जल निगम नगरीय व पर्यावरण अभियंता नगर निगम को निर्देश दिये गये कि आगामी 15 वर्षों (2040 तक) तक जनसंख्या वृद्धि के दृष्टिगत कितना एम०एल०डी० सीवेज डिस्चार्ज होगा तथा इसके शुद्धिकरण हेतु कितने एम०एल०डी० के एस०टी०पी० की आवश्यकता होगी, की वैज्ञानिक गणना करते हुये संयुक्त रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। रिपोर्ट में नगरीय क्षेत्र के समस्त नालों के डिस्चार्ज को सम्मिलित किया जायें। क्षेत्रीय अधिकारी उ०प्र० प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिये गये कि जनपद में चिन्हित 315 भटटों का शतप्रतिशत सर्वे कर लिया जाये, सर्वे पश्चात कितने भटटों द्वारा अपनी चिमनी को जिंग जैग में परितवर्तित किया गया है तथा कितने भटटों को नोटिस दिया गया है, की विस्तृत रिपोर्ट आगामी बैठक में प्रस्तुत करें। इसके अतिरिक्त जिन चीनी मिल इकाईयों द्वारा प्लास्टिक रिसाइकलर से अनुबन्ध नहीं किया गया है उनके विरूद्ध पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति हेतु जुर्माना अधिरोपित करने का प्रस्ताव प्रेषित किया जाये। जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये गये कि नगर के मुख्य द्वारों के आस-पास सफाई कराते हुये, कूडा/ठोस अपशिष्ट न फेंकने के सम्बन्ध में नोटिस बोर्ड लगवाया जायें। बरेली विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि को निर्देश दिये गये कि परसाखेडा व सी०बी०गज औद्योगिक क्षेत्र में प्रवाहित नाले में निर्माण सामग्री युक्त अपशिष्ट को नाले में प्रवाहित करने वाली इकाईयो को नोटिस जारी किया जाये।

वृक्षारोपण के सम्बन्ध में प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा वर्ष 2024 के वृक्षारोपण लक्ष्यों की शतप्रशित की जा चुकी है। अब शासन द्वारा वर्ष 2024 में “पेड बचाओं अभियान” 03 अक्टूबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक चलाया जा रहा है, जिसमें समस्त विभागों के नोडल अधिकारियों द्वारा निरीक्षण करते हुये रोपित किये गये पौधों की सुरक्षा, निराई-गुडाई व सिंचाई की व्यवस्था एवं मृत/सूखे पौधों को नये स्वस्थ्य पौधों से बदलने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये तथा इसकी मासिक रिपोर्ट प्रभागीय कार्यालय में प्रेषित की जाये। इसके अतिरिक्त बड़े-बडे़ रोपण क्षेत्र में को अधिकारियों द्वारा गोद लिया जायें। वर्ष 2024 में किये गये वृक्षारोपण की सत्यापन रिपोर्ट 15 दिवस के अन्दर समिति के समक्ष प्रस्तुत की जायें।

जिला गंगा समिति की बैठक में अधिशासी अभियंता बाढ खण्ड को निर्देश दिये गये कि उनके स्तर से तहसील मीरगंज के ग्राम गोरालोकनाथपुर व तहसील आंवला के ग्राम सूदनपुर में पौधारोपण हेतु चिन्हित 02 स्थलों का सत्यापन उप जिलाधिकारी सदर से करा लिया जाये, जिससे कि उक्त भूमि पर पौधारोपण की कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।

बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी दीक्षा भंडारी, पुलिस अधीक्षक यातायात, जिला पंचायत राज अधिकारी, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार, क्षेत्रीय अधिकारी उ०प्र० प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पर्यावरण अभियंता नगर निगम, नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम, जल निगम व नगर पालिका/पंचायत के अधिशासी अधिकारी सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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