मिल्कीपुर उपचुनाव: थम गया चुनाव प्रचार, अब वोटिंग की बारी
अयोध्या: अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के चुनाव प्रचार का शोर शनिवार को थम गया। अब सभी राजनीतिक दलों की निगाहें मतदान पर टिकी हैं, जो 5 फरवरी को संपन्न होगा। पोलिंग पार्टियां 4 फरवरी को जीआईसी के मैदान से रवाना होंगी। मतगणना 8 फरवरी को होगी, जिससे चुनावी नतीजों पर से पर्दा उठेगा।
चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में दोनों प्रमुख दलों ने जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। बड़े नेताओं की रैलियों और जनसभाओं ने माहौल को गरमाया, लेकिन अब सभी गतिविधियां थम गई हैं।
प्रेसवार्ता में सुरक्षा तैयारियों का खुलासा
चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्र विजय सिंह और एसएसपी राज करण नैयर ने एक संयुक्त प्रेसवार्ता की, जिसमें चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए की गई तैयारियों की जानकारी दी गई।
मतदान के प्रमुख बिंदु:
- 210 मतदान स्थलों की होगी वेब कास्टिंग: हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखने के लिए व्यापक वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई है।
- 25 मतदान स्थलों की होगी वीडियोग्राफी: संवेदनशील माने जाने वाले केंद्रों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।
- 71 मतदान केंद्रों पर माइक्रो ऑब्जर्वर: निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए जाएंगे।
- 09 उड़न दस्ते की टीमें: किसी भी अनियमितता पर त्वरित कार्रवाई के लिए ये टीमें सतर्क रहेंगी।
- 09 स्टेटिक निगरानी टीमें: स्थाई निगरानी के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात।
- 06 वीडियो निगरानी टीमें: चुनाव प्रक्रिया की सतत निगरानी के लिए सक्रिय रहेंगी।
- 02 सुपर जोनल मजिस्ट्रेट और 04 जोनल मजिस्ट्रेट: उच्चस्तरीय निगरानी और त्वरित निर्णय के लिए तैनात।
- 41 सेक्टर मजिस्ट्रेट: मतदान केंद्रों पर सुचारु संचालन सुनिश्चित करेंगे।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मतदान प्रक्रिया को सुचारु और शांतिपूर्ण बनाने के लिए सिविल पुलिस, पीएसी, और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने संवेदनशील और अति-संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर वहां विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं।
अब देखना दिलचस्प होगा कि 5 फरवरी को मतदाता किस पार्टी के पक्ष में फैसला सुनाते हैं और 8 फरवरी को कौन सी पार्टी विजयश्री हासिल करती है।