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एसआरएमएस रिद्धिमा और सोनी इंडिया के बीच एमओयू हस्ताक्षरित। छात्रों को मिलेगा तकनीकी लाभ और वैश्विक मंच तक पहुंच होगी आसान


बरेली,17 जुलाई। कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए एसआरएमएस रिद्धिमा और सोनी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। इस समझौते के माध्यम से विभिन्न विधाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को आधुनिक डिजिटल इमेजिंग तकनीकों तक पहुंच प्राप्त होगी, जो उनके व्यावसायिक कौशल को निखारने में सहायक सिद्ध होगी। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि एसआरएमएस रिद्धिमा में इसी वर्ष से प्रोफेशनल फोटोग्राफी में 3 माह, 6 माह, एवं 1 वर्ष के डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारम्भ हुए हैं, जिनके अंतर्गत विश्वस्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
इस एमओयू के अंतर्गत, सोनी इंडिया चयनित डिजिटल इमेजिंग उत्पादों को शैक्षणिक उपयोग और छात्रों की आंतरिक परियोजनाओं हेतु विशेष रियायती दरों पर उपलब्ध कराएगा। छात्र सोनी के अधिकृत चैनल पार्टनर के माध्यम से प्रमाणित दस्तावेज (जैसे आधार कार्ड, कॉलेज आईडी आदि) के साथ इन उत्पादों को खरीद सकेंगे।

इस समझौते के मुख्य लाभ छात्रों के लिए हैं:
· छात्रों को शैक्षणिक उपयोग हेतु सोनी के विशेष उत्पाद रियायती दरों पर उपलब्ध होंगे।
· छात्रों को सोनी के अधिकृत चैनल पार्टनर के माध्यम से सीधे ऑर्डर करने की सुविधा मिलेगी।
· कार्यशालाओं और सेमिनार के माध्यम से छात्रों को सोनी के उन्नत प्रोडक्ट्स को प्रत्यक्ष रूप से समझने और उपयोग करने का अवसर मिलेगा।
· योग्य छात्र सोनी वर्ल्ड फोटोग्राफी अवार्ड और फ्यूचर फिल्म मेकर अवार्ड्स जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेकर वैश्विक पहचान बना सकेंगे।
· यह समझौता छात्रों के लिए करियर निर्माण, तकनीकी दक्षता और रचनात्मकता के नए द्वार खोलेगा।

इस अवसर पर संस्थान के प्रबंध न्यासी देव मूर्ति जी ने कहा, “यह समझौता हमारे छात्रों को न केवल तकनीकी संसाधन प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें वैश्विक मंचों पर पहचान बनाने का अवसर भी देगा। यह हमारे कौशल उन्नयन मिशन की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस साझेदारी को ‘शिक्षा और उद्योग के बीच सेतु’ बताते हुए कहा कि भविष्य के कंटेंट क्रिएटर्स और फिल्ममेकर्स को शुरुआत से ही प्रोफेशनल टूल्स तक पहुंच देना जरूरी है।“ यह साझेदारी न केवल छात्रों के लिए लाभकारी है, बल्कि संस्थान को तकनीकी नवाचार, अनुसंधान और वैश्विक सहयोग की नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होगी। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट