डेयरी प्रैक्ट्रिस एवं पशु स्वास्थ्य प्रबन्धन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
बरेली 12। संयुक्त निदेशालय, प्रसार शिक्षा, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर द्वारा पूर्वांचल ग्रामीण सेवा समिति, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रायोजित डेयरी प्रैक्ट्रिस एवं पशु स्वास्थ्य प्रबन्धन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 20 किसानों ने भाग लिया।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डा. रूपसी तिवारी ने संस्थान की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि किसानों की आय को बढ़ाने के लिए हमें एकीकृत कृषि प्रणाली को अपनाना होगा तथा वैज्ञानिक विधियों से अपना पशु प्रबन्धन करना होगा। उन्होंने कहा कि डेयरी प्रैक्टिस के लिये यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने पशु स्वाथ्य प्रबन्धन हेतु आधुनिक सूचना तथा संचार तकनीकों का उपयोग तथा आधुनिक प्रौद्योगिकियों को प्रयोग में लायें। उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा किसानों एवं पैरावैट के लिए समय-समय पर रिफ्रेशर कोर्स आयोजित किये जाते हैं आप इन कोर्स का लाभ उठायें तथा अर्जित ज्ञान का उपयोग अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर अवश्य करें।
इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक डा. श्रुति ने बताया कि किसानों को इस प्रशिक्षण में पशु स्वास्थ्य प्रबन्धन हेतु आधुनिक सूचना तकनीकियों तथा संस्थान द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों, वैज्ञानिक डेयरी हेतु उत्तम दुधारू पशुओं का चयन, दुधारू पशुओं के बाड़ो की बनावट एवं रखरखाव, दुधारू पशुओं हेतु संतुलित आहार, पशुओं की प्राथमिक चिकित्सा, पशुओं के संक्रामक रोग एवं असंक्रामक रोग निवारण एवं रोकथाम, पशुओं में बांझपन की समस्या, कारण एवं सावधानियां एवं उपचार, नवजात बच्चे एवं गाभिन पशुओं की देखभाल, डेयरी अपशिष्ट द्वारा वर्मीकम्पोस्ट एवं बायोगैस, उच्च दुग्ध उत्पादन हेतु सहायक तकनीकियां, जूनोटिक रोगः प्रबन्धन एवं रोकथाम, स्वच्छ दुग्ध उत्पादन, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन, वर्षभर हरा चारा उत्पादन एवं संरक्षण के बारे में जानकारी प्रदान की गयी।
कार्यक्रम का संचालन संयुक्त निदेशालय, प्रसार शिक्षा की वैज्ञानिक डा. श्रुति द्वारा किया गया इस अवसर संयुक्त निदेशालय, प्रसार शिक्षा के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।