काकोरी ट्रेन एक्शन की 100वीं वर्षगांठ पर रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति विभाग में संगोष्ठी का आयोजन
बरेली ,10 अगस्त।काकोरी ट्रेन एक्शन की 100 वीं वर्षगांठ पर काकोरी लिटरेचर के फेस्टिवल के अन्तर्गत रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति विभाग में संगोष्ठी में श्री सुधीर विद्यार्थी ने मुख्य वक्ता के रूप में राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, सचिन सन्याल और कमाल पासा के योगदान को क्रमबद्ध तरीके दर्शाया और शाहजहाँँपुर व बरेली की भूमि की महत्ता को भी बताया। प्रो0 आर0 पी0 एस0 यादव ने बताया कि क्रान्तिकारियों ने परिणाम की चिन्ता न कर देश और स्वतंत्रता की चिंता की। विशिष्ट अतिथि प्रो0 इतवारी लाल ने काकोरी कांड के स्थान पर काकोरी ट्रेन एक्शन की परिभाषा को सरल शब्दों में समझाया। विभागाध्यक्ष प्रो0 श्याम बिहारी लाल ने बताया कि 1857 से लेकर जो घटनाएं घटित हुईं उससे व्यापक रूप से चेतना जाग्रत हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो0 के0 पी0 सिंह ने की। स्वागत भाषण संकायाध्यक्ष प्रो0 विजय बहादुर सिंह यादव, संचालन डॉ0 प्रिया सक्सेना तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 पवन कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो0 भोला खान , प्रो0 यशपाल सिंह, प्रो0 आशुतोष प्रिय, डॉ0 सुबोध धवन, डॉ0 इसरार खॉन, कामिनी विश्वकर्मा, डॉ0 रूचि द्विवेदी, डॉ0 विमल कुमार, डॉ0 रामबाबू सिंह आदि उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट