पंचतत्व फाउंडेशन की संस्थापक शिप्रा पाठक का रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय में भ्रमण
बरेली, 29 जून। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली में विगत दिवस पंचतत्व फाउंडेशन की संस्थापक शिप्रा पाठक जिन्हें वाटर वूमेन के नाम से भी जाना जाता है का आगमन हुआ तथा कुलपति प्रो.के.पी. सिंह द्वारा इस अवसर पर वृक्षारोपण भी किया गया।
सुश्री शिप्रा पाठक द्वारा वृक्ष एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता जगाने के लिए भारतवर्ष के विभिन्न स्थानों की पदयात्रा की गई तथा एक करोड़ वृक्ष लगाने का संकल्प लिया गया है। कल विश्वविद्यालय परिसर में उनके आगमन पर कुलपति प्रो.के. पी.सिंह द्वारा वृक्षारोपण किया गया और सिंदूर का पौधा लगाया। इस अवसर पर कुलपति जी ने कहा कि –
“पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण और जल संरक्षण एक दूसरे से जुड़े हुए महत्वपूर्ण पहलू है तथा इनमें गहरा संबंध है। पर्यावरण संरक्षण हेतु विश्वविद्यालय सिंदूर के 200 पौधे लगवाएगा। पौधारोपण के लिए यही अनुकूल समय है और प्रकृति के संरक्षण हेतु यह जरूरी है। उत्पादन, उत्पादकता में सुधार लाने और कृषि की स्थिरता को बनाए रखने के लिए जल संचयन और उसका संरक्षण भी महत्वपूर्ण है। विश्वविद्यालय परिसर में भी चंदन वाटिका बनाई गई है जिसमें 100 से अधिक वृक्ष लगाए गए हैं। इसके अलावा पादप उद्यान में औषधीय पौधे, मसाले वाले पौधे, फलदार वृक्ष भी स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से लगाए गए है। परिसर में स्मृति वाटिका और योग वाटिका भी बनाई गई है “।
विश्वविद्यालय द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु अनवरत प्रयास किए जा रहे है। सभी ने बोटेनिकल गार्डन, योग वाटिका, चंदन वाटिका एवं स्मृति वाटिका का भी भ्रमण किया। कार्यक्रम में प्रो.संजय गर्ग,प्रो.जे.एन. मौर्य , प्रो.आलोक श्रीवास्तव, डॉ. ज्योति पाण्डेय, डॉ.विजय सिंहल, श्री तपन वर्मा सहित शोधार्थी, विद्यार्थी, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट