डिजिटल आधुनिक युग में आध्यात्मिकता बढ़ाएगा ‘ट्रांसेंड 2.0’
आज के डिजिटल युग में तकनीक हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करती है। जहाँ एक तरफ सूचनाओं का अनंत भंडार हमारी उंगलियों पर उपलब्ध है, वहीं दूसरी ओर आध्यात्मिक ज्ञान की प्रामाणिकता और शुद्धता खोती जा रही है। लोग सही मार्गदर्शन की तलाश में इंटरनेट पर भटकते हैं, लेकिन अक्सर उन्हें अधूरी या भ्रमित करने वाली जानकारी मिलती है। ऐसे में, आधुनिक तकनीक और शुद्ध आध्यात्मिकता को जोड़ने की जरूरत पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए इस्कॉन की साहित्यिक शाखा भक्तिवेदांत बुक ट्रस्ट (बीबीटी) ने ‘ट्रांसेंड 2.0’ ऐप का नया संस्करण लॉन्च किया है।
‘ट्रांसेंड 2.0’ सिर्फ एक ई-लाइब्रेरी ऐप ही नहीं है, बल्कि एआई-संचालित आध्यात्मिक मार्गदर्शन भी प्रदान करता है। यह ऐप श्रीमद्भगवद्गीता और श्रील प्रभुपाद के ग्रंथों पर आधारित सटीक और प्रामाणिक उत्तर देता है, जो पारंपरिक एआई मॉडल्स की तरह सामान्य इंटरनेट डेटा पर निर्भर नहीं है। इसमें 8000 घंटे से अधिक की ऑडियो सामग्री और 11 भाषाओं में 600 से अधिक मुफ्त ई-बुक्स उपलब्ध हैं, जिससे उपयोगकर्ता अपने आध्यात्मिक प्रश्नों का समाधान पा सकते हैं। ऐप में फ्लैशकार्ड फीचर भी है, जिससे लोग अपने दोस्तों और समुदायों के साथ श्रील प्रभुपाद के ग्रंथों से प्रेरणादायक उद्धरण साझा कर सकते हैं।
भक्तिवेदांत बुक ट्रस्ट के ट्रस्टी, आनंद तीर्थ दास ने बताया कि आज की युवा पीढ़ी सूचनाओं के भंडार में सही मार्गदर्शन के लिए संघर्ष कर रही है। ‘ट्रांसेंड 2.0’ आध्यात्मिक सत्य और आधुनिक जिज्ञासा के बीच की दूरी को पाटने के लिए एक भरोसेमंद मार्गदर्शक के रूप में काम करेगा।
यह ऐप मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, जिससे उपयोगकर्ता कहीं भी, कभी भी अपने आध्यात्मिक ग्रंथालय तक पहुँच सकते हैं। यह आध्यात्मिकता को सरल, सुलभ और व्यक्तिगत बनाने की दिशा में इस्कॉन का महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे में, यह उन सभी लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा, जो आध्यात्मिक ज्ञान की गहराई में जाना चाहते हैं और अपनी जिंदगी में सच्चे अर्थों में आध्यात्मिकता को अपनाना चाहते हैं।