प्रशांत किशोर के दो वोटर आईडी कार्ड मामले पर बवाल, चुनाव आयोग ने उठाया बड़ा कदम

नई दिल्ली: जन सुराज पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. बिहार (Bihar) विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से ठीक पहले उनको मतदाता पहचान पत्र (Voter ID Card) को लेकर बवाल हो गया है. कहा जा रहा है कि प्रशांत का नाम दो राज्यों पश्चिम बंगाल और बिहार की वोटर लिस्ट में दर्ज है. अब इस मामले पर चुनाव आयोग (Election Commission) ने अहम कदम उठाया है. पीके के वोटर आईडी कार्ड को लेकर पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से जानकारी मांगी गई है.

केंद्रीय चुनाव आयोग ने बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से संपर्क किया है. उनसे प्रशांत किशोर के मामले को लेकर जानकारी मांगी गई है. हालांकि अभी तक बंगाल की तरफ से जवाब नहीं आया है. चुनाव आयोग के मुताबिक प्रशांत किशोर ने बिहार में आने के बाद फॉर्म 6 भरकर नया वोटर आईडी कार्ड बनवाया था, जबकि फॉर्म 6 साफ तौर पर कहता है कि वही लोग भरेंगे जो पहली बार मतदाता बनेंगे. इसके साथ ही उसमें शपथ भी दी जाती है कि मेरा कोई और वोटर कार्ड नहीं है और अगर यह जानकारी गलत पाई जाती है तो 2 साल की सजा का भी प्रावधान है.

