बढ़ती उम्र में महिलाएं रखें सेहत का विशेष ध्यान, अच्छी सेहत के लिए जरूरी है ये विटामिन
नई दिल्ली : बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का अधिक ध्यान रखने की जरूरत होती है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में विटामिन और पोषक तत्वों की कमी सामान्य है. यह मुख्य रूप से हार्मोन, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति में परिवर्तन के लिए जिम्मेदार हो सकता है. कई बार लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण महिलाओं में समय से पहले बुढ़ापा आने लगता है. महिलाओं में त्वचा, बाल और हड्डियों से जुड़ी समस्याएं ज्यादा आम बताई जाती हैं. अक्सर महिलाएं पीठ दर्द जैसी समस्याओं से परेशान रहती हैं.
जैसे-जैसे महिलाएं की उम्र बढ़ती है हड्डियों से संबंधित समस्याओं से पीड़ित होने लगती हैं. कमर दर्द, घुटने और टखनों में दर्द जैसी समस्याएं पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होती हैं. हड्डियों को हेल्दी रखने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी (vitamin D) की प्रचुर मात्रा में आपूर्ति जरूरी है. इसलिए, डाइट में कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर फूड्स को शामिल करने की सिफारिश की जाती है. मशरूम, दूध, पनीर, सोया प्रोडक्टस, अंडे, मक्खन, दलिया, वसायुक्त मछली जैसे फूड्स विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर होते हैं.
फिटनेस के साथ-साथ महिलाओं को अपनी खूबसूरती का भी ध्यान रखना पड़ता है. हर महिला लंबे समय तक जवान और चमकदार स्किन पाने की कोशिश करती है. इसके लिए विटामिन डी की प्रचुरता जरूरी है. विटामिन ई आपकी त्वचा, बालों और नाखूनों को सुंदर बनाने के लिए जरूरी है. विटामिन ई झुर्रियों और दाग-धब्बों को दूर करने में भी मदद करता है. बादाम, मूंगफली, मक्खन और पालक जैसे फूड्स विटामिन ई से भरपूर होते हैं.
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. गर्भावस्था के दौरान शरीर को अधिक विटामिन की जरूरी होती है. बच्चे के जन्म के दौरान विटामिन की कमी के कारण कई समस्याएं हो सकती हैं. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बीन्स, अनाज, यीस्ट आदि फूड्स का सेवन करना चाहिए, जो विटामिन बी9 (फोलिक एसिड) से भरपूर होते हैं, ताकि वे अपना और बच्चे का ख्याल रख सकें.
महिलाओं को 40 और 45 की उम्र के बीच एक बड़े हार्मोनल परिवर्तन से गुजरना पड़ता है. इस उम्र में महिलाओं को रजोनिवृत्ति सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में त्वचा में कई तरह के बदलाव हो सकते हैं. इसलिए इस समय महिलाओं को विटामिन ए से भरपूर फूड्स जैसे गाजर, पपीता, कद्दू के बीज और पालक को शामिल करना चाहिए, क्योंकि शरीर को इसकी तत्काल जरूरत हो सकती है.
कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बहुत अधिक खून की कमी हो जाती है. प्रसव के दौरान महिलाओं का काफी खून भी निकल जाता है. इन दोनों स्थितियों में शरीर के लिए विटामिन के जरूरी है. यह अत्यधिक रक्त हानि की समस्या को रोकने में मदद करता है. ऐसे में सलाह दी जाती है कि अपनी डाइट में विटामिन के से भरपूर फूड्स को शामिल करें, जैसे सोयाबीन का तेल और हरी सब्जियां.
विटामिन बी12 की कमी ज्यादातर महिलाओं में पाई जाती है. विटामिन बी12 आपके दिल को हेल्दी रखने और आपकी त्वचा को चमकदार और मुलायम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. विटामिन बी12 आपके शरीर में रक्त की आपूर्ति को नियंत्रित करने और आपके बालों को मजबूत बनाने में मदद करता है. मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए भी विटामिन बी12 जरूरी है. यह महिलाओं को स्तन, कोलन, फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर से बचाने में भी मदद करता है.