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ऋषिकेश में अज्ञात बीमारी से 80 सुअरों की मौत से मचा हड़कंप

ऋषिकेश। ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में पालतू सूअर के मरने का सिलसिला थम नहीं रहा है। बीते रोज तक 70 सूअर की मौत हो गई थी। बुधवार को इनकी संख्या 80 तक पहुंच गई। वहीं सूअरों की मौत से हड़कंप मच गया है। पशुपालन विभाग की ओर से पोस्टमार्टम किए गए सूअर और जीवित सूअर के ब्लड सिरम व स्वेब का सैंपल लिया गया है, जिसे इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट बरेली भेजा गया है। पशु चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक प्रथम ²ष्टया यह बीमारी प्रतीत हो रही है, रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा यह कौन सी बीमारी है।

तहसील ऋषिकेश क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से सूअरों की लगातार मौत हो रही है। मंगलवार तक 70 सूअर मृत अवस्था में रेलवे स्टेशन मालगोदाम, मानवेंद्र नगर, बाल्मीकि बस्ती, आइडीपीएल क्षेत्र से बरामद किए गए थे। नगर आयुक्त गिरीश चंद्र गुणवंत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उपजिलाधिकारी को इस संबंध में पत्र लिखा था। जिसके बाद उप जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी देहरादून को आवश्यक कार्रवाई के लिए लिखा था। उन्होंने इस मामले में परियोजना निदेशक पशुपालन विभाग को पत्र लिखकर सैंपल जांच के लिए कहा था।

इस मामले में पशु चिकित्सा अधिकारी ऋषिकेश डा. अमित कुमार वर्मा ने बताया कि एक सूअर का पोस्टमार्टम किया गया है। उसके शरीर से सैंपल प्राप्त कर सुरक्षित रखा गया है। जीवित सूअर के ब्लड सिटम और स्वेब का सैंपल लिया गया है। जिसे जांच के लिए इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट बरेली भेजा जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो जाएगा कि किस बीमारी से सूअर की मौत हो रही है।

अमित कुमार वर्मा ने बताया कि मरने वाले सूअर का शरीर नीला पड़ रहा है। इस तरह की शिकायत देहरादून और पौड़ी जनपद के कुछ क्षेत्रों में देखने को मिली है। बीमारी का पता लगने के बाद सूअर के टीकाकरण का अभियान शुरू कर दिया जाएगा। उधर उप जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि जब तक सूअर में होने वाली इस बीमारी का पता नहीं चल जाता तब तक तहसील क्षेत्र में सूअर के मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यहां आठ दुकानों को अग्रिम आदेश तक बंद किया गया है।

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