एयरप्लेन का रंग सफेद ही क्यों? लाल, पीले या नीले रंग से क्यों नहीं होता पेंट, रोज उड़ने वाले भी नहीं जानते

 


नई दिल्‍ली. दुनिया में खूब सारी एयरलाइन्‍स कंपनियां हैं. उनकी सेवाओं और उनके द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले हवाई जहाजों में कई सारी विभिन्‍नताएं हैं. लेकिन, एक मामले में वे सभी एक ही नियम का पालन करती हैं. वो है जहाजों का रंग (Colour Of Airplane). दुनिया में यात्री विमानों का रंग सफेद ही होता है. हालांकि, विमानों के एक छोटे हिस्‍से पर अलग-अलग रंगों की कुछ पट्टियां तो हो सकती हैं, लेकिन सफेद रंग के अलावा किसी अन्‍य रंग से रंगा पूरा प्‍लेन नहीं होता. बहुत से लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर हवाई जहाज के हिस्‍से सिर्फ सफेद रंग ही क्‍यों आया है. उसे लाल-काले-पीले या नीले रंग से क्‍यों नहीं पेंट किया जाता?

हवाई जहाज का रंग केवल सफेद रखने के पीछे भी कई कारण हैं. इनमें सुरक्षा से लेकर आर्थिक कारण तक शामिल हैं. विमान की सुरक्षा, यात्रियों की सुविधा और कंपनियों के खर्च को ध्‍यान में रखकर ही सफेद रंग का चुनाव किया गया है. इसलिए अगर आप यह सोचते हैं कि शुरुआत में विमान को सफेद रंग से रंगने के कारण यह रंग अब प्रथा बन चुकी है, तो आप गलत सोच रहे हैं.

प्लेन रनवे से लेकर आसमान तक धूप में ही रहते हैं. एक हवाई जहाज अपनी उड़ान के दौरान समुद्रतल से 35 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ता है. ऐसी स्थिति में हवाई जहाज को सूरज की बेहद तेज रोशनी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में प्लेन का सफेद रंग उसके तापमान को कंट्रोल रखने में बहुत अहम भूमिका निभाता है. सफेद रंग एक अच्छा रिफ्लेक्टर होता है. ये सूर्य की किरणों को 99 परसेंट तक रिफ्लेक्ट कर देता है जिससे प्लेन गर्म नहीं होते हैं.

सफेद रंग होने की वजह से हवाई जहाज में आया किसी भी तरह का डेंट और क्रैक आसानी से दिख जाता है. अगर सफेद की बजाय प्लेन का कोई और कलर होगा तो वो छिप जाएगा. ऐसे में सफेद रंग प्लेन के की जांच में भी मददगार होता है.

दूसरे रंगों की तुलना में सफेद रंग की विजिबिलीटी ज्यादा होती है. सूरज की तेज रोशनी में भी सफेद रंग को आसानी से देखा जा सकता है. इससे हवाई हादसों को रोकने में काफी मदद मिलती है. यही कारण है कि जहाजों को सफेद रंगों से रंगा जाता है.

आपको यह जानकार हैरानी होगी कि सफेद रंग अन्‍य रंगों की तुलना में हल्‍का होता है. यह भी हवाई जहाजों का रंग सफेद होने का एक कारण है. अगर विमानों को सफेद के अलावा किसी अन्‍य रंग से पेंट किया जाए, तो उसका वजन बढ़ जाएगा. वजन की बहुत अहमियत विमान परिचालन में है. इसलिए वजन कम रखने को सफेद रंग को अपनाया गया है.

सफेद रंग से विमान को पेंट करने में दूसरे रंगों की तुलना में खर्च भी कम होता है. इसके अलावा सफेद रंग अन्‍य रंगों की तुलना में ज्‍यादा देर टिकता है. हवाई जहाज तेज धूप, बारिश आदि का सामना करते हैं. दूसरे रंग इन परिस्थितियों में जल्‍दी फीके पड़ जाते हैं. जबकि सफेद रंग की चमक जल्‍दी फीकी नहीं पड़ती. इस वजह से जल्‍दी-जल्‍दी विमानों को रंगने की जरूरत नहीं पड़ती और विमानन कंपनियों का पैसा बचता है.

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