सावधान! इन 2 राशियों पर नवंबर तक रहेगा शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव, मुश्किलों से बचने के लिए कर ले ये उपाय
Shani Vakri 2023: ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। शनिदेव जिस पर परेशान होते हैं उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं लेकिन अगर शनि जिस जातक पर रुष्ट हो जाए उसको अपार कष्ट झेलना पड़ता है। शनिदेव की साढ़ेसाती और ढैय्या का कहर बहुत ही खराब होता है जिन पर पड़ता है उनको बहुत ही दुख सहने पड़ते हैं। 17 जून 2023 से शनि अपनी ही राशि कुंभ में वक्री हो चुके हैं। जिसका कुछ राशि के जातकों पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान इंदौर राशि के जातकों को बहुत ही सावधानी बरतनी होगी इन पर शनिदेव की साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव रहेगा।
2 राशियों पर रहेगा शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव
17 जून को कुंभ राशि में शनि के वक्री होने से मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती चलेगी। इस दौरान आपको बहुत ही संभल कर रहना होगा। 4 नवंबर तक शनि की साढ़ेसाती रहेगी। इसके अलावा कर्क राशि के जातकों पर भी शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव देखने को मिलेगा। वृश्चिक राशि के जातक है उन पर भी शनिदेव की ढैय्या का प्रभाव देखने को मिलेगा। आपको मेहनत के अनुसार फल नहीं मिलेगा। आपकी माता का भी स्वास्थ्य खराब हो सकता है।
शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय
-शनिवार को गरीबों और जरूरतमंदों को सरसों का तेल जरूर दान करना चाहिए। इतना ही नहीं काली उड़द और काले कंबल का भी दान करना चाहिए।
-किसी भी असहाय और गरीब बुजुर्ग महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए। शनि मंत्र का जाप भी करना चाहिए।
-हर शनिवार की रात पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाना चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
-हर शनिवार को शनि मंदिर जाकर शनि देव के दर्शन करने चाहिए और सरसों का तेल भी चढ़ाना चाहिए।
-वही शनि देव को प्रश्न करने के लिए शनिवार के दिन शनि चालीसा का भी पाठ करें।