अपर जिला जज ने जिला कारागार का किया निरीक्षण किया एवं बंदीजन को विधिक जानकारी देते हुए जागरूक किया

डा० एस० के० पाण्डेय
प्रतापगढ़।

उ० प्र 0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार , जनपद न्यायाधीश अब्दुल शाहिद के आदेशानुसार आज अपर जिला जज /सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नीरज कुमार बरनवाल ने जिला कारागार का निरीक्षण किया एवं बंदीजन को विधिक जानकारी देते हुए जागरूक किया।

ज्ञात हो कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विधिक सेवा दिवस के अवसर पर गत 9 नवम्बर को कारागार में निरुद्ध बंदी पी एल वी अजय कुमार मिश्र को उत्कृष्ट सेवा कार्य के लिए प्रदेश में प्रथम पुरस्कार हेतु चयनित किया गया था और उन्हें उनकी अनुपस्थिति में शील्ड और प्रमाण पत्र अधिकृत जेल अधिकारी को 9 नवंबर को लखनऊ में दिया गया था, जिसे आज कारागार निरीक्षण के दौरान अपर जिला जज सचिव नीरज कुमार बरनवाल ने उक्त शील्ड और प्रमाण पत्र उक्त बंदी पी एल वी अजय कुमार मिश्र को प्रदान किया और उन्हें शुभ कामनाएं देते हुए बधाई दिया।

सचिव ने बधाई देते हुए कहा कि अन्य बंदियों को अजय कुमार मिश्र से प्रेरणा लेनी चाहिए। इस अवसर पर जेल अधीक्षक रमाकांत ने बताया कि जिला कारागार में आज कुल 1157 बंदी निरुद्ध है जिसमें 1063 पुरुष, 47 महिला तथा 47 किशोर बन्दी शामिल हैं।

विचाराधीन महिला बंदियों के साथ 06 बच्चे रह रहे हैं । निरीक्षण के दौरान सचिव ने कारागार में कौशल विकास मिशन केन्द्र, पुस्तकालय, महिला बैरिक, बाल चक्र, पाक शाला, लीगल एड क्लीनिक, वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम सहित जेल परिसर की साफ सफाई, बन्दियों से संबंधित अभिलेखों का निरीक्षण किया।

इस अवसर पर जेल विजिटर विश्वनाथ प्रसाद त्रिपाठी एडवोकेट ने बन्दियों को निःशुल्क विधिक सहायता व प्ली बार्गेनिन्ग के बारे में जागरूक किया।

जेल विजिटर ने बंदियों को बताया कि जिन बंदियों के पास मुकदमें की पैरवी हेतु निजी अधिवक्ता न हों तो ऐसे लोग प्रार्थना पत्र के माध्यम से निःशुल्क अधिवक्ता की माँग कर सकते हैं, उन्हें इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।

इस मौके पर उप जेलर आफताब अंसारी ने बताया कि जिस बन्दी द्वारा निःशुल्क अधिवक्ता की मांग लिखित या मौखिक की जाती है उन्हें निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराने की सुविधा ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से दिलाई जाती है।

उन्होंने बताया कि महिला बैरिक में महिला बन्दी के साथ जो बच्चे हैं उनके स्वास्थ्य व कपड़े आदि की पूरी व्यवस्था की जाती हैं।

निरीक्षण के पूर्व बन्दीगण को सुबह का खाना दिया जा चुका था शाम के लिए भोजन बन रहा था।

कौशल विकास मिशन के अंतर्गत रीता बनर्जी द्वारा बंदियों को प्रशिक्षण दिया जाता है।

सचिव ने जेल अधिकारी को निर्देशित किया कि जिन बंदियों के पास मुकदमें की पैरवी हेतु निजी अधिवक्ता नहीं हैं उनको चिन्हित करके उनके नाम पता पूर्ण विवरण सहित प्राधिकरण कार्यालय को लिखित में अवगत कराएं, जिससे ऐसे बंदियों को निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जा सके।

इस अवसर पर चीफ लीगल डिफेन्स काउंसिल महावीर यादव, डिप्टी चीफ एल डी सी एस अभय प्रताप सिंह, उप जेलर आफताब अंसारी एवं उप जेलर शारदा देवी उपस्थित रहे।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper