एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विचार विमर्श
बरेली,08अप्रैल। स्वास्थ्य क्या है? इस सवाल पर आपका जवाब अलग अलग हो सकता है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग की बात होती है। निरोगी काया को प्रथम सुख बताया जाता है। लेकिन यह जवाब परिपूर्ण नहीं है। फिर संपूर्ण स्वास्थ्य क्या है विषय पर विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में स्वस्थ्य विशेषज्ञों ने विचार विमर्श किया। मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग की ओर से इस अवसर पर निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया। विभिन्न बीमारियों के लिए 200 से अधिक मरीजों की जांच की गई। मरीजों के लिए विभिन्न गैर संचारी रोगों की रोकथाम, रक्त शर्करा और बीपी की नियमित निगरानी, व्यायाम और योग के संबंध में स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम आयोजित हुआ।
आडिटोरियम में आयोजित सेमिनार में गोरखपुर की डॉ. मीनाक्षी अवस्थी ने वयस्क टीकाकरण और इसके महत्व के बारे में बात की। जयपुर की डा. रुचि गुप्ता ने स्वस्थ हृदय और कोरोनरी हृदय रोग के विभिन्न जोखिम कारकों के बारे में जानकारी दी। एसआरएमएस मेडिकल के जनरल मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. एमपी रावल ने टाइप 2 मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कोरोनरी धमनी रोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए गैर संचारी रोग को रोकने के विभिन्न तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मैं बीमारियां आज के युग की सुनामी हैं। सामुदायिक चिकित्सा विभाग की प्रोफेसर डॉ. हुमा खान ने स्वास्थ्य के लिए समग्र दृष्टिकोण के बारे में बात की।
स्वास्थ्य क्या है इस संबंध में एक पैनल चर्चा की गई। इसका संचालन डॉ. बिंदु गर्ग ने किया। इसमें डॉ. आरपी सिंह, डॉ. वंदना नेगी, डॉ. नीलिमा मेहरोत्रा, डॉ. पीयूष कुमार, डॉ. ललित सिंह, डॉ. शशि बाला आर्य, डॉ. दीपक चरण पैनलिस्ट के रूप में शामिल हुए। सभी ने स्वास्थ्य पर विस्तृत चर्चा की। सेमिनार में आए हुए सभी विशेषज्ञों को डॉ. दीपक दास ने धन्यवाद दिया और आभार जताया। इस मौके पर एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एमएस बुटोला, डॉ. स्मिता गुप्ता, डॉ. तनु अग्रवाल, डॉ. मृदु सिंहा और विभिन्न विभागों के एचओडी और संकाय और स्नातकोत्तर विद्यार्थी उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट