ज्‍यादा नमक जान का दुश्‍मन, WHO की ये बात सुनने के बाद फिर कभी नहीं बोलेंगे- ‘दाल में नमक है कम’

नमक हमारे खाने का महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है। यह किसी भी खाने को स्‍वादिष्‍ट बनाता है। इसके बिना कोई भी खाना बेस्‍वाद लगता है। क्‍या आप जानते हैं कि दुनियाभर में लोग जरूरत से ज्यादा नमक सेवन करते हैं। बहुत कम लोग ऐसे हैं, जो इस चीज का हिसाब रखते हैं कि वो एक दिन में कितना नमक खा रहे हैं। बता दें कि बहुत अधिक नमक कई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को जन्‍म देता है।

इससे शरीर के प्रमुख अंगों को नुकसान के साथ चयापचय संबंधी स्‍वा‍स्‍थ्‍य समस्‍याएं विकसित होने लगती हैं। साइंस इन 5 के हालिया एपिसोड में WHO की न्‍यूट्रिशन फॉर हेल्‍थ एंड डेवलपमेंट के डायरेक्टर डॉ. फ़्रांसिस्‍को ब्रांका ने बताया है कि एक व्‍यक्ति को आमतौर पर कितना नमक खाना चाहिए। इसके साथ ही उन्‍होंने इससे जुड़े स्‍वास्‍थ्‍य जोखिमों के बारे में भी जानकारी दी है।

नमक दो चीजों से तैयार किया जाता है, जो कि है सोडियम और 00पोटेशियम। WHO के अनुसार, हम जो नमक खाते हैं, उसमें सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जबकि पोटेशियम बहुत कम मात्रा में होता है। सोडियम को ज्‍यादा मात्रा में लेने पर लोग ब्‍लड प्रेशर के शिकार हो जाते हैं और उन पर हमेशा स्‍ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा मंडराता रहता है। बहुत ज्‍यादा नमक खाने से शरीर में कैल्शियम की कमी भी हो जाती है, जिसके चलते हड्डियां उम्र से पहले कमजोर होने लगती हैं।

ऐसे कई लोग हैं, जिन्‍हें खाने में ऊपर से नमक डालने की आदत होती है। ऐसा करने से उन्‍हें खाने में स्‍वाद तो बहुत आता है, लेकिन ऐसे बहुत जल्‍दी वॉटर रिटेंशन से ग्रसित होते हैं और उनका शरीर फूला हुआ दिखाई देता है। कई रिसर्च के अनुसार, ज्‍यादा नमक के सेवन से पेट के कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

डॉ ब्रांका के अनुसार, हममें से ज्‍यादातर लोग हर चीज में बहुत ज्‍यादा नमक खा रहे हैं। WHO की मानें, तो हर दिन 5 ग्राम से ज्‍यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। आसान तरीके से समझना है, तो याद रखें कि आपके हर खाने में एक छोटा चम्‍मच नमक ही होना चाहिए। इससे अधिक सेवन करना सेहत के लिए अच्‍छा नहीं है। यह दुनिया में औसतन लोगों द्वारा उपभोग किए जाने वाले नमक का आधा है।

विशेषज्ञ बताते हैं कि घर से बाहर आप जो भी फूड खाते हैं, उसमें नमक की मात्रा जरूरत से ज्‍यादा होती है। दिनभर में आपको जितना नमक खाना चाहिए, उसका आधा आपको 150 ग्राम चिप्‍स के पैकेट में मिल जाता है। हेल्‍थ रिपोर्ट के अनुसार, आलू के चिप्‍स की एक सर्विंग में 170 मिग्री सोडियम पाया जाता है। जो शरीर की जरूरत से कई गुना ज्‍यादा है।

आज की मार्डन जनरेशन रेडी-टू-ईट फूड पर भरोसा करती है। बिजी शेड्यूल के कारण मार्केट में मिनटों में तैयार होने वाले पैक्‍ड फूड की डिमांड भी सबसे ज्‍यादा है। डॉ. ब्रांका के अनुसार, ब्रेड, पनीर, प्रिजर्व्ड मीट और स्‍नैक्‍स में 80 प्रतिशत नमक पाया जाता है।

अगर आप नमक खाने के आदी हैं, तो एकदम से इसका सेवन कम न करें। डॉ. ब्रांका का सुझाव है कि इसका सेवन धीरे-धीरे कम कर अपने स्‍वाद को समायोजित कर सकते हैं। हालांकि, अपनी इस आदत को सुधारने में कुछ हफ्ते लगेंगे, लेकिन यह मुमकिन है। इसके अलावा विशेषज्ञ ने भोजन में कम नमक डालने की भी सलाह दी है।

डॉ. ब्रांका कहती हैं कि हम सभी प्रोसेस्‍ड फूड से जितना परहेज करें, उतना अच्‍छा है। इनमें सबसे ज्‍यादा मात्रा में नमक पाया जाता है। इसलिए कोशिश करें, कि इन्‍हें कम से कम खरीदा जाए। डॉ. ब्रांका कहती हैं कि बाजार के नमकीन स्‍नैक खाने के बजाय फल और सब्जियां खाने की आदत डालें। इनमें न केवल नमक बहुत कम मात्रा में होता है, बल्कि इसके सेवन से शरीर में जरूरी मिनरल्स की कमी भी पूरी हो जाती है।

 

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