पति से हमेशा छुपाकर रखें ये राज, नहीं तो गृहस्थी हो जाएगी बर्बाद, कहीं आप भी तो नहीं करती ये गलती

नई दिल्ली। आचार्य चाणक्य का कहते हैं कि पति और पत्नी दोनों एक दूसरे के पूरक हैं. ऐसें चाणक्य नीति में उन्होंने कुछ ऐसी बातें बताई हैं जिसे भूलकर भी अपने पति को भी नहीं बताना चाहिए. उनका कहना है कि ऐसे करने से दोनों के रिश्तों में कई तरह की परेशानियां आ सकती है. अगर आप भी अपनी शादीशुदा जिंदगी को खुशहाल बनाए रखना चाहते हैं तो आचार्य चाणक्य के इन बातों पर जरूर अमल करें.

आचार्य चाणक्य का कहना है कि शादी के बाद स्त्रियों को अपने ससुराल की बुराई और साथ ही मायके के राज ससुराल में कभी नहीं बताना चाहिए. इन बातों को पति के साथ भी शेयर नहीं करें. ऐसे करने से दोनों परिवार के बीच मतभेद हो सकता है. और पति-पत्नी के रिश्तों पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है.

कहा जाता है कि दान का फल व्यक्ति को तभी मिल पाता है जब एक हाथ से दिए दान के बारे में दूसरे हाथ को पता भी नहीं चले. कहने का अर्थ है अपने द्वारा दिए दान का कभी किसी के सामने गुणगान न करें, ऐसा करने से उसका प्रभाव खत्म हो जाता है. पत्नी को पति के सामने भी इस बात का जिक्र नहीं करना चाहिए.

चाणक्य नीति के अनुसार पत्नी को पति या खुद की कमाई का कुछ हिस्सा हमेशा बचा कर रखना चाहिए और इसके बारे में पति को भी नहीं बताएं करें. परिवार की मुश्किल घड़ी में ये पैसा काफी काम आ सकता है.

पत्नियों को कभी अपने पति की तुलना किसी दूसरे पुरुष से नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से पति के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचता है और शादीशुदा जीवन में तनाव भी पैदा हो सकता है.

चाणक्य का कहना है कि क्रोध पर नियंत्रण रखने वाले इंसान का वैवाहिक जीवन सफल होता है. क्रोध में इंसान अच्छे और बुरे का अंतर नहीं कर पाता. जिसके चलते रिश्ते में दरार भी आ सकती है.

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