पढ़ें यूक्रेन से छात्रों को रेस्क्यू करने वाली 24 वर्षीय पायलट महाश्वेता चक्रवर्ती की सफलता के बारे में …
24 वर्षीय पायलट, महाश्वेता चक्रवर्ती ने युद्ध प्रभावित यूक्रेन में फंसे सैकड़ों भारतीय छात्रों को वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पायलट ने 800 से अधिक छात्रों को निकालने के लिए छह फ्लाईट्स उड़ाईं हैं। जानकारी के मुताबिक महाश्वेता चक्रवर्ती कोलकाता की रहने वाली हैं और उन्हें एविएशन सेक्टर में चार साल का अनुभव है। उन्होंने ‘विशेष सैन्य अभियान’ के तहत 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण करने के तुरंत बाद 27 फरवरी से 7 मार्च के बीच छह फ्लाईट्स उड़ाईं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाश्वेता चक्रवर्ती को दिन में 13 से 14 घंटे एयरबस A320 उड़ान भरनी पड़ती थी। उन्होंने कहा, “यह जीवन भर का अनुभव था, उन छात्रों को उनकी किशोरावस्था और 20 के दशक में बचाना, जिनमें से कई बीमार पड़ गए थे।” महाश्वेता का कहना है कि उन्हें देर रात उनकी एयरलाइंस से फोन आया और बताया गया कि उन्हें बचाव अभियान के लिए चुना गया है। वह कहती है कि उसने दो घंटे में अपना बैग पैक किया और बचाव अभियान के लिए निकल गई। महाश्वेता महामारी के दौरान वंदे भारत मिशन का भी हिस्सा थीं।
गौरतलब है कि वंदे भारत मिशन के दौरान, महाश्वेता ने विदेशों से ऑक्सीजन कांसेंट्रेटर्स और पुणे से कोलकाता और अन्य हवाई अड्डों पर वैक्सीन पहुंचाई थी। महाश्वेता इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी से स्नातक हैं। वह पश्चिम बंगाल राज्य भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष तनुजा चक्रवर्ती की बेटी हैं।