गुलाब का पौधा खरीदने में क्या आप भी करते हैं ये 6 गलतियां, इन वजहों से ही नहीं खिल रहे फूल

नई दिल्ली. गुलाब को प्रेम का फूल कहते हैं, कभी यह घर की शोभा बढ़ाता नजर आता है तो कभी बालों पर सजते हुए. हर साल 22 सितंबर के दिन वर्ल्ड रोज डे मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का एक कारण कैंसर से जूझ रहे मरीजों को उम्मीद की एक किरण दिखाना भी है. भावनात्मक रूप से यह दिन विशेष महत्व रखता है. वहीं, घर में गुलाब लगाना सकारात्मकता के लिए अच्छा है. आप इसे शौकिया तौर पर भी लगा सकते हैं या फिर किसी को पॉजीटिव फील करवाने के लिए भी जो लंबे समय से किसी बीमारी से गुजर रहा हो.

अक्सर लोग गुलाब खरीदकर तो ले आते हैं लेकिन उसमें कोई नए फूल नहीं खिलते. वहीं, पौधे के रहे सहे फूल भी कुछ ही दिनों में गिर जाते हैं और चाहे पानी कितना ही डाला जाए पौधा हरा-भरा नहीं होता. इसके पीछे आपकी गुलाब का पौधा खरीदते समय की जाने वाली कुछ गलतियां हो सकती हैं.

आप जब गुलाब का पौधा खरीदने जाएं तो देखें कि पौधे के तने का जोड़ या ग्राफ्टिंग जोड़ मिट्टी में किस तरह से धंसा हुआ है और कितना. अगर आपको दिखे कि जोड़ 30 प्रतिशत भी मिट्टी से हटा हुआ हो तो आपको उस पौधे को नहीं खरीदना है. ऐसे पौधे ठीक तरह से नहीं बढ़ते और उनमें ज्यादा फूल नहीं खिलते. ऐसा ग्राफ्टिंग जोड़ वाला पौधा लें जो मिट्टी में पूरी तरह से मजबूती के साथ धंसा हुआ हो. ग्राफ्टिंग जोड़ मिट्टी से लगा हुआ या फिर 1 से डेढ़ इंच कर धंसा हुआ होना चाहिए 3 से 4 इंच तक नहीं.

ज्यादातर पौधे कट्टे या बोरे में आते हैं और घर आकर उन्हें गमले में डाला जाता है. इस बात का ध्यान रखें कि एकदम से ग्राफ्टिंग जोड़ को मिट्टी में ना दबाएं और धीरे-धीरे मिट्टी भरकर ग्राफ्टिंग जोड़ तक लाएं. अगर एकदम से ही मिट्टी बहुत ज्यादा डाली जाएगी तो पौधा मर सकता है.

यह एक और गलती है जो गुलाब का पौधा लगाते हुए करते हैं वो है एकदम नया पौधा ले आना. आपको कम से कम एक साल पुराना ग्राफ्ट किया हुआ यानी उगाया गया पौधा लेना चाहिए. इसका तना परिपक्व (Mature Plant) होगा. अगर 2 से 3 साल पुराना पौधा होगा तो और अच्छा है. पुराना पौधा मजबूत होता है, उसमें लतायें ज्यादा होती हैं जिससे फूल ज्यादा उगते हैं और बीमारियों से भी यह पौधा ठीक तरह से लड़ सकता है. वहीं, नए पौधे में पहले साल आपको सिर्फ 3 से 4 फूल ही मिल पाएंगे.

कई बार लोग सस्ता खरीदने के चक्कर में पतले जोड़ वाला नया पौधा खरीद लाते हैं. नया पौधा 30 से 40 रुपए के बीच आता है जबकि पुराने और परिपक्व पौधे की कीमत 150 से 200 रुपए के बीच हो सकती है. इस लेकिन, नए पौधे का गमला या मिट्टी बदलने पर वह मर भी सकता है, इसलिए कोशिश कीजिए कि पुराना पौधा ही लें.

गुलाब के पौधे को मौसम के अनुसार खरीदा जाना जरूरी है. इससे होगा यह कि आप देख पाएंगे कि किस तरह का पौधा वर्तमान मौसम को झेल सकता है. अगर आप गर्मी या फिर बरसात के मौसम में गुलाब का पौधा (Rose Plant) ले रहे हैं तो ऐसा लें जिसमें पहले से ढेर सारी मिट्टी हो. बिना मिट्टी के जड़ वाले पौधे को खरीदने के लिए सर्दी का मौसम ठीक रहता है. गर्मी और बरसात के मौसम में यह पौधा नहीं फलता. लेकिन, सर्दी के मौसम में गुलाब के फूल का कैसा भी पौधा अच्छा रहता है.

अगर पौधा बीमार होगा या कहें क्षतिग्रस्त होगा तो उसपर कई तरह के निशान या चिन्ह देखने को मिल सकते हैं. अगर पत्ते में ब्राउन या ब्लैक कलर के धब्बे दिखते हैं तो वो पौधा खराब हो सकता है. अगर पत्ते मुड़े हुए हों या कलियों में काले फूल नजर आएं तो ऐसे पौधे को भी नहीं खरीदना चाहिए. हमेशा हरा-भरा पौधा लेना ही सही है.

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