नई दिल्ली: भारत में पेटेंट आवेदनों में बहुत तेजी से वृद्धि हो रही है। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खुशी जताई है। बुधवार को उन्होंने कहा कि यह युवाओं के बढ़ते नवोन्मेषी उत्साह को दर्शाती है और आने वाले समय के लिए यह बहुत सकारात्मक संकेत है। पीएम मोदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘भारत में पेटेंट आवेदनों में वृद्धि हमारे युवाओं के बढ़ते नवोन्वेषी उत्साह को दर्शाती है और आने वाले समय के लिए एक बहुत ही सकारात्मक संकेत है।

पेटेंट आवेदनों में 31.6 प्रतिशत की वृद्धि

दरअसल, पीएम मोदी विश्व बौद्धिक संपदा संगठन की एक रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2022 में भारत के निवासियों द्वारा पेटेंट आवेदनों में 31.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह शीर्ष 10 फाइलर्स में किसी भी अन्य देश की तुलना में 11 साल की बेजोड़ वृद्धि है।

2021 में 6.8 प्रतिशत की गिरावट
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2022 में चीन, अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया और जर्मनी सबसे अधिक पेटेंट दाखिल करने वाले देश थे। चीन के इनोवेटर्स सभी वैश्विक पेटेंट आवेदनों में से लगभग आधे दाखिल करना जारी रखते हैं। भारत की वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, देश की विकास दर लगातार दूसरे वर्ष 2021 में 6.8 प्रतिशत से गिरकर 2022 में 3.1 प्रतिशत हो गई।

क्या होती है पेटेंट फाइलिंग?
पेटेंट फाइलिंग से पहले आइये समझते है कि क्या होता है पेटेंट। पेटेंट (Patent) एक कानूनी अधिकार होता है जो किसी व्यक्ति या संस्था को किसी प्रोडक्ट, कपंनी के ऊपर एकाधिकार देता है।

पेटेंट कैसे फाइल करें?
पेटेंट को रजिस्टर करने के लिए इन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
फॉर्म -1 में पेटेंट आवेदन
प्रोविजनल/स्पेसिफिकेशन फॉर्म 2
धारा 8 के तहत स्टेटमेंट और अंडरटेकिंग (यह केवल तभी आवश्यक है जब पेटेंट आवेदन भारत के अलावा किसी अन्य देश में पहले से ही दायर किया गया हो) फॉर्म 3
डेक्लेरेशन फॉर्म 5