महर्षि दधीचि की कर्मभूमि पर चल रहा है नेत्रदान का पुनीत कार्य
सीतापुर। महर्षि दधीचि ने अपनी अस्थियों का दान करके सीतापुर की पावन धरा पर संसार को यह संदेश दिया था कि संसार के हित में मनुष्य कुछ भी त्याग कर सकता है। 88 हज़ार ऋषियों ने इस पावन धरा पर संसार हित में यज्ञ किया था। इसी से प्रेरणा लेकर सीतापुर के लोगों ने समाज हित के लिए नेत्रदान करना शुरू किया है जिससे कि कोई भी नेत्रहीन इस रंग बिरंगी दुनिया को देखने से वंचित न रह सके।
इसी क्रम में संतोष देवी खेतान (70) पत्नी मदन मोहन खेतान निवासी हैप्पी होम शाहजहांपुर रोड सीतापुर का नेत्रदान उनके पुत्रों प्रवीण खेतान एवं प्रशांत खेतान ने करवाया। सक्षम संस्था सीतापुर के संदीप भरतीया, मुकेश अग्रवाल, विकास अग्रवाल एवं अक्षत अग्रवाल की अगुवाई में आंख अस्पताल सीतापुर के डॉक्टर स्वर्णिम अवस्थी डॉ. आदित्य गौतम, डॉक्टर मुकुल गुप्ता ने नेत्रदान को संपन्न करवाया। जीते जीते रक्तदान और जीवन के बाद नेत्रदान यह नारा सीतापुर के लोगों ने दिल से अपना लिया है। रक्तदान में भी सीतापुर हमेशा अव्वल रहता है और नेत्रदान में भी 234 लोगों ने अपने नेत्र देकर दूसरों के जीवन में रोशनी प्रदान की है।
सक्षम संस्था के अध्यक्ष संदीप भरतिया ने परिवार के सत्यनारायण खेतान, शंभू खेतान, संतोष खेतान एवं मोनू खेतान की सराहना करते हुए कहा कि धन्य है वह परिवार जो विपदा की घड़ी में भी समाज हित में आगे आते हैं।