रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय कार्य परिषद की बैठक सम्पन्न
बरेली , 12 सितम्बर। महात्मा ज्योतिबा फूले रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली के कुलपति कार्यालय स्थित समिति कक्ष में कल विश्वविद्यालय के कार्य परिषद की एक बैठक कुलपति प्रोफेसर के. पी. सिंह की अध्यक्षता में आहूत की गई जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय कार्य परिषद द्वारा लिए गए।
दिनांक 6 फरवरी 2023 को दिशा स्कूल बरेली जो दिव्यांग छात्र/छात्राओं के लिए संचालित है के साथ विश्वविद्यालय का समझौता ज्ञापन हुआ था। उक्त के क्रम में 11 सदस्य आम सभा के गठन को कार्य परिषद द्वारा सहमति प्रदान की गई है, जिसमें से तीन सदस्य दिशा विद्यालय के होंगे तथा शेष 8 सदस्य विश्वविद्यालय के होंगे।
कुलपति एवं कुलसचिव के अतिरिक्त 6 सदस्य विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष इसके पदेन सदस्य होंगे। यह विद्यालय वर्तमान में कक्षा 12 तक के अध्ययन की सुविधा प्रदान कर रहा है जिसे विश्वविद्यालय बढ़ाकर के जी कक्षा से पी जी(परास्नातक) तक संचालित करने का निर्णय लिया गया।
कार्य परिषद द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में कृषि संकाय की स्थापना एवं संचालन प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। उक्त संकाय में कृषि से संबंधित नवीन पाठ्यक्रमों एवं शोध कार्य कराए जाएंगे। उक्त संकाय में कई विभाग खोले जाएंगे। औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरांत पाठ्यक्रम शीघ्र प्रारंभ कराए जाएंगे। उक्त संकाय में प्रयोगशालाएं शिक्षकों की नियुक्ति होगी जिससे बरेली मंडल में मानक के अनुसार कृषि शोध कार्य एवं अध्यापन का एक नया गुणवत्तापूर्ण आयाम प्रारंभ हो सकेगा।
कार्य परिषद द्वारा चिकित्सा संकाय के अंतर्गत विश्वविद्यालय परिसर में मेडिकल पाठ्यक्रमों को आरंभ करने का प्रस्ताव पास किया गया जिसके अंतर्गत मेडिकल पैरामेडिकल तथा बायोमेडिकल कोर्सेज चलने पर सहमति बनी। विदित हो कि बरेली मंडल में राजकीय विश्वविद्यालय में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ होने से आसपास के जिलों के मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा प्राप्त होगी जो उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है एवं छात्रों को राजकीय विश्वविद्यालय में चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होगा। इसके अंतर्गत भविष्य में विश्वविद्यालय मेडिकल कॉलेज पैरामेडिकल कॉलेज आदि स्थापित करेगा जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षकों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति होगी जिससे रोजगार सृजन के बड़े अवसर भी उत्पन्न होंगे। वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ भारत सरकार का भी लक्ष्य है की क्षेत्र में रोजगार सृजन हो।
विश्वविद्यालय की एमबीए विभाग में वर्तमान में तीन प्रोग्राम चल रहे हैं। विश्वविद्यालय शीघ्र ही एमबीए पार्ट टाइम प्रोग्राम को उच्चीकृत कर एमबीए एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम के रूप में स्थापित करने जा रहा है। यह एम बी ए एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम 3 वर्ष के स्थान पर 2 वर्ष का होगा। ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय ने हाल ही में अमेरिका के जॉन केरोल विश्वविद्यालय के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके अंतर्गत एमबीए एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम के अंतर्गत अध्ययन करने वाले छात्रों को अमेरिका के जॉन केरोल विश्वविद्यालय से भी अपने अध्ययन हेतु सहायता प्राप्त होगी। पार्ट टाइम एमबीए की अपेक्षा इस नए पाठ्यक्रम की व्यावसायिक उपयोगिता अधिक होगी तथा अध्यनरत छात्रों की डिमांड जॉब मार्केट में अधिक होगी। यह कोर्स वर्तमान सत्र 2023 24 से ही प्रारंभ करने की विश्वविद्यालय की मंशा है।
विश्वविद्यालय में हाल ही में नए शिक्षकों की नियुक्ति की गई है जिनके लिए कार्य परिषद द्वारा फैकल्टी सीड मनी उपलब्ध करवाने के प्रस्ताव पर कार्य परिषद में सहमति प्रदान की। इसके अंतर्गत नवनियुक्त प्रोफेसर को 5 लाख एसोसिएट प्रोफेसर को 3 लाख तथा असिस्टेंट प्रोफेसर को 2 लख रुपए की सीट मानी प्रदान की जाएगी जिसके अंतर्गत शिक्षक अध्यापन एवं शोध कार्य से संबंधित आवश्यक फर्नीचर एवं उपकरण,पुस्तक,कंप्यूटर आदि प्राप्त कर सकेंगे।
विश्वविद्यालय कार्य परिषद के प्रस्ताव द्वारा विश्वविद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों हेतु आउटस्टैंडिंग टीचर अवार्ड की संस्तुति की गई, इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय से सेवानिवृत/ भूतपूर्व शिक्षकों को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड भी दिया जा सकेगा। अपने शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को यह पुरस्कार दिए जाएंगे जिससे अन्य शिक्षकों को भी प्रेरणा प्राप्त होगी।
विश्वविद्यालय के संबद्ध महाविद्यालयों की मॉनिटरिंग हेतु एक कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल के गठन के प्रस्ताव पर भी कार्य परिषद में अपनी मोहर लगाई। यह कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल रोहिलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के कार्यों एवं संचालन को सुचारू करने में विश्वविद्यालय को सहयोग प्रदान करेगी।
कार्य परिषद की इस बैठक में विश्वविद्यालय के कुल सचिव अजय कृष्णा यादव, वित्त अधिकारी विनोद कुमार लाल, डॉ सुरेश कुमार, डॉ अमित सिंह, प्रोफेसर सुधीर कुमार वर्मा, प्रोफेसर संतोष अरोड़ा, प्रोफेसर एस के पांडे, प्रोफेसर एस के गर्ग, प्रोफेसर तूलिका सक्सेना, प्रोफेसर जितेंद्र कुमार डॉक्टर हरिकेश सिंह डॉक्टर सुमन शर्मा डॉ असलम खान डॉक्टर पी के शुक्ला, डॉ मनोज कुमार सिंह, डॉक्टर एस डी सिंह एवं डॉ दीपक गंगवार उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट