सोनभद्र में बारिश के लिए अदा की गई “नमाज़ ए इस्तिसका” रो- गिड़गिड़ा कर की गई दुआ

सोनभद्र, अभी तक गर्मी से लोग परेशान तो हैं ही, बारिश नहीं होने से सूखे के आसार हैं। टोटके के रूप में कहीं लोग बारिश के लिए मेढ़क-मेढकी की शादी करा रहे हैं तो कहीं अल्लाह तआला से बारिश होने और गर्मी से निजात मिले इसके लिए दुआ मांग रहे हैं । विकास खण्ड करमा के ग्राम तकिया दरगाह के सीवान में नमाज-ए-इस्तेस्का पढ़ी गई। नमाज के बाद दुआ भी हुई।
जुमा मस्जिद के पेश इमाम मुश्ताक अहमद ने नमाज़ पढ़ाई। नमाज़ ठीक सवा बजे शुरू हुई। नमाज में ढाई सौ के करीब नमाजी थे। इस्तिसका नमाज़ दो रकअत पढ़ी गई। नमाज़ के बाद बारिश के लिए खास दुआ भी हुई। अमूमन दुआ में हाथों को बुलंद किया जाता है, लेकिन नमाज-ए-इस्तेस्का में हथेलियों को नीचे जमीन की तरफ कर दुआ मांगी गई।
मस्ज़िद के मुतवल्ली इकबाल अहमद ने बताया कि जब गांव में सूखे के आसार हों, पानी नहीं बरस रहा हो या कम बरस रहा हो, इलाके में पानी की किल्लत हो, पानी के स्रोत कम हो गए हों तो ये नमाज पढ़ी जाती है। ये नमाज पैगंबर-ए-अकरम हजरत मोहम्मद मुस्तफा स. की सुन्नत है। इस खास नमाज को मस्जिद में नहीं बल्कि खुले मैदान में सूरज निकलने के बाद पढ़ी जाती है। इस विशेष नमाज के लिए घर से नंगे पैर और नंगे सिर और साथ में कुछ मात्रा में अनाज को लेकर आना होता है । अनाज का सदक़ा किया जाता है।

रवीन्द्र केसरी सोनभद्र

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper