लोकसभा में गतिरोध समाप्त, कांग्रेस के 4 सांसदों का निलंबन खत्म, सदन में महंगाई पर चर्चा शुरू

नई दिल्ली: लोकसभा में सांसदों यके निलंबन से पैदा हुआ गतिरोध खत्म हो गया है। सोमवार को लोकसभा में सांसदों के निलंबन को हटाने का प्रस्ताव पारित हुआ और इसके साथ ही निलंबित सांसदों का निलंबन निरस्त किया गया। इसी के साथ संसद में केंद्र और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध खत्म हो गया। अब सदन में महंगाई पर चर्चा भी शुरू हो गई है।

दरअसल, संसद के मॉनसून सत्र में महंगाई, जीएसटी जैसे मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा हो रहा है। विपक्ष लगातार इन मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही है। जुलाई के आखिरी में संसद में प्लेकॉर्ड दिखाने के चलते कांग्रेस के चार सांसदों को लोकसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। जिन चार सांसदों को निलंबित किया गया था, वे मनिकम टैगोर, टीएन प्रतापन, जोथिमणि और राम्या हरिदास हैं।

सरकार ने संसद में जारी गतिरोध के बीच सोमवार को कहा कि महंगाई के मुद्दे पर दोनों सदनों में मंगलवार को चर्चा कराई जाएगी। सरकार की ओर से कहा गया कि इस मुद्दे पर लोकसभा में आज भी चर्चा हो सकती थी लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण ऐसा नहीं हो सका। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने दोनों सदनों की कार्यवाही दूसरी बार स्थगित किए जाने के बाद संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि सरकार महंगाई पर चर्चा कराने के लिए शुरू से तैयार है लेकिन विपक्ष ने बिना कारण हंगामा किया। जोशी के साथ राज्य सभा में सदन के नेता और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी थे।

लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने पूर्वाह्न कार्यवाही शुरू होते ही झारखंड और गुजरात के घटनाओं का उल्लेख कर हंगामा शुरू कर दिया। गोयल ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कोविड संक्रमण हो गया था। उनके स्वस्थ होकर आने के बाद महंगाई के मुद्दे पर सरकार बातचीत के लिए तैयार थी, लेकिन विपक्ष सदन चलने नहीं दे रहा था। इससे पहले लोकसभा और राज्य सभा में विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर हंगामे और नारेबाजी के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक और उसके बाद दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।

राज्यसभा में गोयल ने कहा कि महंगाई पर चर्चा कराने के लिए विपक्ष के साथ सहमति बन गई है। लोकसभा में आज और राज्य सभा में कल इस पर चर्चा होगी, लेकिन विपक्षी दल शोरगुल कर रहे हैं और वे चर्चा नहीं चाहते हैं। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में कई घटनाएं हो रही हैं, इनमें झारखंड और गुजरात की घटनाएं प्रमुख हैं। सदस्यों ने इन पर चर्चा कराने के लिए नोटिस दिए हैं। सरकार ने इन नोटिस का उल्लेख भी नहीं किया है।

गौरतलब है कि झारखंड के तीन विधायकों को कोलकाता पुलिस ने भारी नगदी के साथ गिरफ्तार किया है। गुजरात में जहरीली शराब से हुई मौतों पर विपक्षीय सदस्य चर्चा कराने की मांग कर रहे हैं। जोशी और गोयल ने कहा कि सरकार किसी मुद्दे पर चर्चा से पीछे नहीं हटती और व्यवस्थित ढंग से कोई भी मुद्दा चर्चा के लिए लिया जा सकता है। उन्होंने विपक्ष से सहयोग का आग्रह किया।

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