सोनभद्र में जनपद विद्यालयीय कराटे खेल प्रतियोगिता 2023 का गुरुद्वारा इंटर कॉलेज चोपन में हुआ आयोजन
सोनभद्र, स्व सुरक्षा की बेहतरीन कला “कराटे” जापानी मार्शल आर्ट तकनीक है, जिसमें अपनी रक्षा के लिए किए जाने वाले हमले और शारीरिक मूवमेंट के ज़रिए जवाबी हमलों को रोकने के लिए चर्चित कारगर उपाय है। आत्मरक्षा की ये कला अब भारत सहित कई देशों में सिखाई जाने लगी है। जिसके लिए समय-समय पर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है। इसी के दृष्टिगत जनपद विद्यालयीय कराटे खेल प्रतियोगिता 2023 का आयोजन गुरुद्वारा इंटर कॉलेज चोपन में संपन्न हुआ। जिसमें जनपद की कई टीमों ने शिरकत की। कराटे की एक से एक कौशल को छात्रों के सामने प्रस्तुत किया गया।
प्रतियोगिता का शुभारंम्भ गुरुद्वारा इंटर कालेज चोपन के प्रधानाचार्य धीरेन्द्र प्रताप सिंह व जिला खेल सचिव सुनील कुमार राव की उपस्थिति में हुआ। प्रतियोगिता में सीनियर बालक व सीनियर बालिका वर्ग में राजा शारदा महेश इंटर कॉलेज रॉबर्ट्सगंज के खिलाड़ियों का दबदबा रहा। वही जूनियर बालक/बालिका वर्ग मे राजा बलदेव दास बिरला इंटर कॉलेज का दबदबा रहा। रेफरी की भूमिका में सेंनसई के किशनराज रहे। सीनियर बालक वर्ग अंडर(50 के जी) प्रथम- विकास, अंडर-(44 के जी) प्रथम- ओम प्रकाश, अंडर (40 के जी) प्रथम-शिवम रहे। वहीं जूनियर बालिका वर्ग में अंडर-(40 के जी) प्रथम रुक्मिणी यादव,जूनियर बालक वर्ग में अंडर-(40 के जी) वर्ग में प्रथम आलोक कुमार रहे। विजेता खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर प्रधानाचार्य ने उत्साहवर्धन किया।उल्लेखनीय है कि कराटे में अनुशासन, दिमागी संतुलन और नियमित रूप से सीखने की ललक को जारी रखना इसके अहम पहलू हैं। कराटे में ‘कारा’ शब्द का अर्थ है खाली और ‘टे’ का अर्थ है हाथ। कराटे के बाद इसमें ‘डो’ जोड़ देने से कराटे-डो हो जाता है, जिसका अर्थ खाली हाथों से खुद का बचाव करना होता है। दिवंगत महान गिचिन फुनाकोशी को शोटोकान कराटे का जनक माना जाता है।
प्रतियोगिता के दौरान प्रधानाचार्य धीरेंद्र प्रताप सिंह गुरुद्वारा इंटर कॉलेज चोपन, जिला कीड़ा सचिव सुनील कुमार राव, सा.अ.सतीश चन्द्र उपाध्याय, व्यायाम शिक्षक अभिषेक श्रीवास्तव, व्यायाम शिक्षक अनन्द कुमार व अन्य शिक्षक – छात्र उपस्थित रहे।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र