सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर एजुकेट गर्ल्स ने जारी किया बॉन्ड इश्यू

 

भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों की शिक्षा के लिए समुदायों को संगठित करने पर ध्यान केंद्रित करने वाली गैर-लाभकारी संस्था एजुकेट गर्ल्स अब सोशल स्टॉक एक्सचेंज सेगमेंट (एसएसई) के तहत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर पंजीकृत है। संस्था ने 12 मार्च से 15 मार्च, 2024 तक 1.3 करोड़ रुपये के लिए अपना जीरो-कूपन, जीरो-प्रिंसिपल (ZCZP) बॉन्ड इश्यू जारी किया है।

माननीय वित्त मंत्री के नेतृत्व में, पूंजी बाजार को जनता के लिए अधिक सुलभ बनाने और विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के हेतु से, सोशल स्टॉक एक्सचेंज का लक्ष्य एक समग्र वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म बनना है जहां योग्य सामाजिक प्रभाव बनाने और रिपोर्ट करने की प्रणालीगत क्षमता का मापन करने वाले विश्वसनीय सामाजिक उद्यम सूचीबद्ध हो सकते हैं। सोशल स्टॉक एक्सचेंज सामाजिक प्रभाव वाली संस्थाओं (गैर-लाभकारी और लाभकारी) को स्टॉक एक्सचेंजेस पर सूचीबद्ध करने में सक्षम बनाते हैं, जो धन जुटाने के लिए एक अलग वैकल्पिक संरचना प्रदान करते हैं।
सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर जुटाई गई फंडिंग के माध्यम से, एजुकेट गर्ल्स ने 12 महीनों में 7,000 से अधिक मुख्यधारा से बाहर रहने वाले बच्चों के लिए नामांकन और ठहराव में सुधार के साथ हिंदी, अंग्रेजी और गणित में सीखने के परिणामों को बढ़ाने की योजना बनाई है। ये बच्चे भारत-नेपाल सीमा पर उत्तर प्रदेश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित बहराइच जिले के कुछ सबसे ग्रामीण, दूरदराज और शैक्षिक रूप से पिछड़े गांवों से हैं।
एजुकेट गर्ल्स के सीईओ महर्षि वैष्णव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “भारत ने सामाजिक स्टॉक एक्सचेंजेस के लिए अपना समर्थन प्रदर्शित किया है, जो प्रभावशाली निवेशकों के साथ सामाजिक उद्यमों को जोड़ने के लिए एक मंच के रूप में काम करता है। यह एक्सचेंज संघर्षरत गैर-लाभकारी संस्थाओं को फंडिंग सुरक्षित करने का एक विशिष्ट अवसर प्रदान करता है, साथ ही सकारात्मक और दीर्घकालिक प्रभाव उत्पन्न करने वाले सामाजिक उद्यमों की तलाश करने वाले निवेशकों के लिए भी अवसर प्रदान करता है। एजुकेट गर्ल्स के भारत की सामाजिक प्रभाव क्रांति का हिस्सा बनने वाले पहले कुछ गैर लाभकारी संस्थाओं में से एक बनने की संभावना से हम उत्साहित हैं। हमें विश्वास है कि इससे समावेशी वातावरण को बढ़ावा देने और सार्थक बदलाव लाने में मदद करनेवाली इकोसिस्टम का निर्माण होगा।”
चंद्रा फाउंडेशन की सीईओ, ए.टी.ई. गायत्री नायर लोबो ने बताया, “सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर बॉन्ड इश्यू जारी करने के लिए एजुकेट गर्ल्स संस्था को बधाई। जहां स्कूल छोड़ने की दर अधिक है, उन क्षेत्रों में लड़कियों को शिक्षा प्रदान करने के प्रति उनके समर्पण से मैं हमेशा प्रभावित हुई हूं। वे वास्तव में परिणाम प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं और उन्होंने जिन समुदायों में काम किया हैं, उन्हें सफलतापूर्वक एकजुट भी किया है। उनकी कड़ी मेहनत उनके दृष्टिकोण को मजबूत और परिपूर्ण बनाती है।”
झिरोधा के एवीपी विराज जोशी ने बताया, “हम सोशल स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से एजुकेट गर्ल्स के इस धन जुटाने के पहल को समर्थन देने के लिए उत्साहित हैं। हम इस मिशन में उनके साथ जुड़ें हैं। हम यह भी आशा करते हैं कि वे भारत में संपूर्ण गैर-लाभकारी क्षेत्र के लिए धन जुटाने के वैकल्पिक साधन के रूप में सोशल स्टॉक एक्सचेंज को अपनाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।”
सोशल स्टॉक एक्सचेंज की अभूतपूर्व पहल राष्ट्रीय विकास को लोकतांत्रिक बनाती है। सभी की भागीदारी भारत की विकास गाथा में सामूहिक निवेश को सशक्त बनाती है। राष्ट्र के निर्माण के लिए मानव पूंजी का विकास करना महत्वपूर्ण है और लड़कियां इसमें केंद्रीय भूमिका निभाती हैं।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper