महाकुंभ और प्रयागराज कायाकल्प के काम से CM योगी खुश, बोले- सुरक्षा और होगी पुख्ता
प्रयागराज: महाकुंभ और प्रयागराज सिटी का कायाकल्प को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, प्रयागराज सिटी का कायाकल्प करने का कार्य अब लगभग पूरा हो चुका है। वहीं यहां 200 से अधिक सड़के बनाने की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। वहीं सिटी के अंदर सौंदर्यकरण के तमाम कार्य किए गए हैं। रेलवे स्टेशन पर भी व्यवस्था की गई है ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिले।
इसके साथ ही आज CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, मेला प्राधिकरण ने लगभग 5000 एकड़ क्षेत्र में प्रयागराज को जोड़ने वाले मार्गों पर संगम से 2-5 किलोमीटर की दूरी पर पार्किंग स्पेस को भी सक्रिय कर दिया है। इसके साथ ही सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था होगी। वहीं महाकुंभ की यह पावन बेला 144 वर्षों के बाद आ रही है और देश-दुनिया इस महाकुंभ का साक्षी बनना चाहती है। वहीं आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में संगम नोज घाट पर आरती की। वहीं शहर में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक महाकुंभ मेला 2025 का आयोजन किया जाएगा।
जानकारी दें कि, CM आदित्यनाथ के कार्यालय ने आज मंगलवार को लोगों से प्रयागराज में महाकुंभ में पहुंचकर कांस्य और अन्य धातुओं से निर्मित भगवान शिव के विशालकाय डमरू और त्रिशूल का दर्शन करने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा “लोक आस्था के महापर्व ‘प्रयागराज महाकुम्भ’ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अनेक मनभावन गंतव्य विकसित किए गए हैं।”
इसी पोस्ट में कहा गया “इस कड़ी में, झूंसी में स्थापित भगवान शिव का विशालकाय डमरू और त्रिशूल आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। महाकुम्भ आएं, कांस्य व अन्य धातुओं से निर्मित इस डमरू व त्रिशूल के दर्शन अवश्य करें। ”
हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ इस बार 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच प्रयागराज में आयोजित होगा। एक जानकार ने बताया कि झूंसी के त्रिवेणीपुरम में दो उपरिगामी सेतु के बीच खाली पड़ी जगह को दो पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है और दोनों पार्कों के बीच पक्का चबूतरा बनाया गया है। इसमें एक चबूतरे पर विशाल डमरू और त्रिशूल स्थापित किया गया, जिसका वजन तीन टन है।